कात्यायनी शक्तिपीठ के रूप में विख्यात है यह मंदिर
देश के विभिन्न भागो से पहुंच रहे हैं श्रद्धालु
नवरात्र में मां के दर्शन करने का मिलता है अनूठा लाभ
2 दिन की पैदल यात्रा कर पहुंच रहे हैं श्रद्धालु मां के दर्शन हेतु
जयपुर:-आपने अब तक देखा होगा की हर मंदिर में क्षृद्वालु जाता है पर अब हम एक ऐसा मंदिर देखाने जा रहे जिसमें छोटा व्यक्ति हो या कोई बडा राजनेता हो उसे मां अर्बुदा के दरबार में अपना सिर झुका कर ही जाना पडता है। वह मदिंर है अरावली की पहाडियो में स्थित अधर देवी मदिर में जहां हर व्याक्ति सिर झुका कर ही मंदिर में प्रवेा करता है।
मां दुर्गा के नौ रूपों मे छठा रूप मां कात्यायनी का है। नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की ही पुजा की जाती है माउंट आबू में स्थित अर्बुदा देवी का मन्दिर मां कात्यायनी का ही है जिसका उल्लेख स्कन्द महापुराण के प्रवास खण्ड में उल्लेखित है। नवरात्रि के आवसर पर श्रद्वालुओ की भारी भीड उमडती है इन दिनो यहां मां के दरबार में रोजना लाखो श्रद्वालु र्दान करने आते है। इस तीर्थ स्थल की एक और खासियत है कि यह देा के 52 शक्तिपीठो में से एक है और पौराणिक मान्यताओ के अनुसार यहा मां पार्वती का (अधर) का अर्थ है होठ गिरा था उस के बाद इस पवित्र स्थल का नाम अधर देवी व अर्बुदा देवी के नाम से जाना जाता है।
मां अर्बूदा की चरण पादुकाओ का भी अपना अलग ही महत्व है। स्ंकद पुराण के अर्बुद खण्ड के अनुसार मंदिर के पीछे की और घने जगलो में मां की चरण पादुका है जिसके र्दान करने से मन माची मुराद पुरी होती है। पुराण के अनुसार मां अर्बुदा ने शुम्भ नामक देत्य वध किया था उसके बाद में उस भुर्मि में ही दबा दिया गया था। जहां मा के चरण है वंहा पर बताया जाता है कि वह देत्य दबा हुआ है।
अर्बुदा माता के दर्शन के लिए श्रद्वालुओ को करीब 350 सिढियां उपर चढनी पडती है लेकिन अर्बुदा माता की महिमा ही कुछ ऐसी है कि यहां आकर सिढियों पर चढाई कर माता के दर्शन सहज हो जाता है। कात्यायनी शक्तिपीठ का मन्दिर 5500 वर्ष पुराना है जो कि विशाल प्राकृतिक गुफा में स्थित है। जिसमें एक समय में करीब 100 व्यक्ति बैठ सकते है। मन्दिर न सिर्फ पौराणिक मान्यताआंे और मां की महिमा के लिए जाना जाता है ब्लकि मन्दिर प्रकृति के बीच स्थित होना और मनोहरी वातावरण श्रद्वालुओ के मन को अभिभुत कर देता है। देश के विभिन्न भागो के साथ विदेश पर्यटक भी माता के दर्शन करने आते है। ऐसी ही कई गुफाऐ माउंट आबू में स्थित है जिसमें कई देवी देवताओ का निवास है। वही इस नवरात्र के अवसर पर श्रद्धालुओं का सैलाब माउंट आबू के इस मंदिर में देखने को मिल रहा है और श्रद्धालु 2 दिन का पैदल सफर तय कर मां की आराधना करने पहुंच रहे हैं और श्रद्धालुओं के उत्साह का जायजा लिया हमारे संवाददाता कमलेश प्रजापत ने