बजट सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा में विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला। आदिवासियों के डीएनए जांच वाले बयान पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से माफी मंगवाने और इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष ने आज सदन से वॉकआउट किया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिलावर ने बयान पर माफी नहीं मांगी है, सीएम ने उनसे इस्तीफा भी नहीं लिया। हमारी दो ही प्रमुख मांग हैं। इन दोनों मुद्दों को लेकर विपक्ष से आज सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। विधानसभा की कार्यवाही 10 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
दिलावर बोले- आदिवासी हिंदू हैं और हिंदू रहेंगे
अपने बयान को लेकर दिलावर ने कहा- आदिवासियों ने हमारी संस्कृति को बचाया है। आदिवासी समाज के बारे में कोई नकारात्मक चर्चा करना मेरे मन में कभी नहीं रहा। मैं यह जानता हूं कि अनादि काल से इस देश में आदिवासी रहता आया है और आदिवासी समाज का सब सम्मान करते हैं। मैंने बिरसा मुंडाजी का नाम भी सुना और पढ़ा है। बिरसा मुंडा भगवान के नाम से जाने जाते हैं, ऐसे समाज के बारे में मेरे बारे में जो कहा जा रहा है वह कदापि सही नहीं है।
दिलावर बोले- मेरे से पत्रकार ने पूछा था कि सांसद राजकुमार रोत ने ऐसा कहा है कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं, तो मेरा मंतव्य यह था कि आदिवासी हिंदू हैं, हिंदू रहेंगे। आदिवासी समाज अनादिकाल से पृथ्वी पर रहता आया है, हम सब आदिवासी ही हैं।
दिलावर ने कहा- हम सब आदिवासी हैं, क्योंकि हम आदिकाल से यहां रहते आए हैं। मैं आदिवासी महापुरुषों को प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं और मैं श्रद्धा से उनका नाम लेता रहता हूं। जब उन्होंने दोबारा पूछा कि वो तो अपने आप को हिंदू नहीं मानते हैं तो मैंने जो कहा वह प्रासंगिक है कि नहीं कि वंशावली दिखवा लेंगे। मेरे से वह शब्द नहीं निकलना चाहिए था।