टोंक:-टोंक जिले में शिक्षकों को बीएलओ लगाए जाने के खिलाफ अब सभी शिक्षक संगठन लामबंद होकर विरोध के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई है। जिसके लिए शुक्रवार को सरकारी डाक बंगला टोंक में नरेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में संघर्ष समिति का गठन किया है।
समिति में मंत्री राजेश पारोचिया, उपाध्यक्ष परशुराम चौधरी देवली, देवकिशन गुर्जर टोंक, मुकेश कराड़िया पीपलू, हरसहाय मीणा निवाई, विक्रम सिंह उनियारा, कोषाध्यक्ष मुकेश खंडेलवाल, सहमंत्री इसरार अहमद, संयुक्त मंत्री राजाराम गुर्जर, संघर्ष समिति संयोजक हरीराम चौधरी, सह संयोजक विकास वर्मा, संगठन मंत्री कायम हुसैन, प्रचार मंत्री सोहन लाल शर्मा, प्रवक्ता देशराज गुर्जर तथा परमानंद वर्मा को नियुक्त किया गया। बैठक में शिक्षक नेताओं ने कहा कि जब तक हमें प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक परिणाम प्राप्त नहीं होता हम कार्य नहीं करेंगे।अब तक प्रशासन ढुल मुल नीतियां अपना रहा हैं, हर बार अलग -अलग अधिकारी वार्ता के लिए बुलाते है जिनका मकसद सिर्फ बीएलओ का कार्य कराना होता हैं। शुक्रवार को ध्वनि मत से जिले के शिक्षकों ने कार्य नहीं करने का अन्तिम निर्णय लिया हैं।इससे पूर्व दोपहर में भारत भूषण गोयल से वार्ता का सन्देश मिला जिस दौरान शिक्षकों ने साफ शब्दों में बीएलओ का काम नही किए जाने का दो टूक जवाब दिया है।
ततपश्चात शिक्षकों ने कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष रामबिलास चौधरी से मिले जिनका माल्यार्पण व साफा बंधवाकर सम्मान किया।साथ ही अपनी मांग को लेकर चर्चा की जिन्होने आश्वासन दिया कि वह इस मामले में मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत सहित प्रदेश अध्यक्ष से बातचीत करेंगे।जिस दौरान ज्ञान सिंह, प्रकाश चौधरी, रामकिशोर बैरवा, रमेश चन्द, विनोद चौधरी, कालू राम यादव, मुरलीधर , मतीन अंसारी, प्रधान गुर्जर, सुरेश शर्मा, सुरेन्द्र साहू, सत्यनारायण मीना, श्रवण लाल जाट, रामावतार वैष्णव, इंद्रजीत आनंद, रवि वर्मा, चन्द्र प्रकाश, परमानंद, राकेश सैनी, सुखदेव रैगर, विशाल जांगिड़, रामेश्वर चौधरी, रमेश वर्मा, अनिल चौधरी सहित कई शिक्षक नेता उपस्थित थे।