गुड़गांव:-हॉस्पिटैलिटी चेन OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल के पिता का गुड़गांव की एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की 20वीं मंजिल से गिरने से निधन हो गया है। रितेश के पिता का नाम रमेश अग्रवाल था। वो अपने घर की बालकनी से ही गिरे थे। हादसे के वक्त घर के अंदर उनका बेटा रितेश अग्रवाल, बहू और उनकी पत्नी भी मौजूद थीं।
रितेश ने खुद पिता के निधन की जानकारी दी। तीन दिन पहले ही रितेश अग्रवाल और फार्मेशन वेंचर्स की डायरेक्टर गीतांशा सूद की शादी हुई थी। उस समारोह में सॉफ्टबैंक समेत कई बड़े फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स से जुड़ी हस्तियां शामिल हुई थीं।
रमेश अग्रवाल 20वीं मंजिल से गिर गए थे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रमेश अग्रवाल 20वीं मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हुए थे। ईस्ट गुड़गांव के DCP ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी लगभग एक बजे मिली। पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि रमेश अग्रवाल की 20वें फ्लोर से गिरने की वजह से मौत हो गई है। वो DLF क्रिस्टा सोसायटी में रहते थे। पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजन को सौंप दिया गया है।
रितेश बोले- हमारी प्राइवेसी का सम्मान करें
रितेश अग्रवाल ने कहा, ‘भारी मन से मेरा परिवार और मैं यह शेयर करना चाहता है कि हमारे मार्गदर्शक मेरे पिता रमेश अग्रवाल का 10 मार्च को निधन हो गया है। उन्होंने एक पूर्ण जीवन जिया और हम सभी को प्रेरित किया।’
‘उनकी मृत्यु हमारे परिवार के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। मेरे पिता की करुणा और गर्मजोशी ने हमें हमारे सबसे कठिन समय में सपोर्ट किया और हमें आगे बढ़ाया। उनके शब्द हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस दुख की घड़ी में हमारी निजता का सम्मान करें।’
7 मार्च को हुई थी रितेश की शादी
रितेश अग्रवाल की शादी 7 मार्च को गीतांशा से हुई थी। उनके रिसेप्शन में सॉफ्टबैंक ग्रुप के फाउंडर मासायोशी सोन भी शामिल हुए थे। अग्रवाल और उनकी पत्नी गीत ने सन के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। सन 2015 से 29 वर्षीय अग्रवाल के मेंटर रहे हैं। ओयो में एक शुरुआती निवेशक, सन ने 2019 में अग्रवाल को जापानी बैंकों से 2 बिलियन डॉलर के लोन की व्यक्तिगत गारंटी दी थी। इससे अग्रवाल को ओयो में अपनी हिस्सेदारी एक तिहाई से ज्यादा बढ़ाने की अनुमति मिली थी।
रितेश ने PM मोदी को दिया था शादी का न्योता
रितेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी शादी में आमंत्रित किया था। वह शादी का न्योता देने PM से मिलने भी पहुंचे थे। रितेश ने इस मुलाकात की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की थीं। तस्वीरों में रितेश अपनी मां और होने वाली पत्नी के साथ दिखाई दे रहे हैं। एक तस्वीर में कपल ने PM के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। दूसरी में, अग्रवाल प्रधानमंत्री के कंधों पर एक शाल ओढ़ाते हुए दिख रहे हैं।
2013 में ओयो बनाया, PM ने ‘मन की बात’ में किया जिक्र
रितेश देश के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक है। उन्होंने OYO की स्थापना 2013 में की थी। तब वह सिर्फ 19 साल के थे। रितेश ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘मेरी मां को OYO की सफलता पर बहुत वक्त तक भरोसा नहीं था, जब तक नरेंद्र मोदी ने मन की बात में इसका जिक्र नहीं किया। उन्हें यही लगता था कि मुझे कोई अच्छी नौकरी कर लेनी चाहिए।’
OYO के ब्रांड बनने की कहानी
2012 के सर्दियों की एक शाम थी। 18 साल के रितेश अग्रवाल दिल्ली की मस्जिद मोठ मार्केट में बैठे थे। पास में सिर्फ 30 रुपए थे। जिंदगी में पीछे के बारे में सोचते तो ओरावेल स्टेज नाम का एक असफल स्टार्टअप था। आगे के बारे में सोचते तो करियर का कुछ पता नहीं था।