पायलट का नंबर कभी नहीं आएगा;भले ही फील्ड में ज्यादा सक्रिय पर गहलोत की कांग्रेस के खजाने में अहम भागीदारी:-शाह

Bharatpur Politics Rajasthan

भरतपुर:-केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गहलोत-पायलट के बीच चल रहे विवाद को लेकर बड़ा तंज किया है। कहा, ‘पायलट का नंबर कभी नहीं आएगा। भले ही वह जमीनी स्तर पर बहुत सक्रिय हैं, लेकिन कांग्रेस के खजाने में गहलोत की भागीदारी बड़ी है।’

शाह ने राजस्थान सरकार पर जमकर हमले किए, मोदी सरकार की योजनाओं की तारीफ की। राजस्थान में 7 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार दोपहर 3 बजे भरतपुर पहुंचे थे। भरतपुर के कॉलेज ग्राउंड में बूथ विजय संकल्प कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को संबोधित किया।

उन्होंने राजस्थान के सभी लोक देवताओं और महाराजा सूरजमल को याद करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। फिर गहलोत सरकार को थ्री डी सरकार बताया। बोले- यह तीन डी पर चल रही है। शाह ने थ्री डी को राजस्थान में दंगे, महिलाओं से दुर्व्यवहार और दलितों पर अत्याचार से जोड़ा।

केंद्र की योजनाओं का बखान किया और मोदी को एक बार फिर से पीएम बनाने की अपील की। उससे पहले 2023 के विधानसभा चुनाव में गहलोत सरकार को ट्रेलर दिखाने की भी बात कही।

बूथ कार्यकर्ताओं के पराक्रम और मेहनत को सराहा

गृहमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का विस्तार बूथ कार्यकर्ताओं के पराक्रम की वजह से ही है। कोई भी पार्टी नेताओं के आधार पर चल सकती है, लेकिन भाजपा में विजय शंखनाद मेरे बूथ पर खड़े कार्यकर्ता से ही होता है। मोदी जी ने 10 साल में देश के चप्पे चप्पे पर पार्टी का निशान, झंडा और विचारधारा को पहुंचाने का काम किया है।

उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘राहुल बाबा देशभर में पैदल चले। मैं एक पत्रकार सम्मेलन में गया तो पत्रकार ने पूछा नतीजा क्या होगा? मैंने कहा, नॉर्थ ईस्ट में तीन चुनाव हुए और कांग्रेस का पूरा सफाया हो गया है। ऐसे ही राजस्थान में कुर्सी के लिए गहलोत और पायलट लड़ रहे हैं। कुर्सी के लिए क्यों लड़ रहे हो वैसे भी अब किसी का नंबर नहीं आना है। क्योंकि कांग्रेस की सरकार रहेगी ही नहीं। राज्य में भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनेगी।’

राजस्थान में क्राइम अपने चरम पर

शाह ने कहा, ‘2014 के लोकसभा चुनाव में हमने राजस्थान में 25 सीटें जीतीं, 2019 के चुनाव में भी। अब राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव में दो तिहाई के बहुमत से जीतकर सरकार बनाएंगे।

उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा। बोले- गहलोत सरकार ने वंशवाद को बढ़ावा दिया है, जातिवाद को भड़काने का काम किया है। राजस्थान की जनता अब त्राहि-त्राहि कर रही है। यहां पर गहलोत सरकार में 2 दर्जन से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। गहलोत साहब अभी भी सरकार चाहते हैं, गहलोत साहब, सेंचुरी लगानी है क्या?… राजस्थान में क्राइम अपने पूरे चरम पर है…। यहां सुनियोजित दंगे होते हैं, गहलोत सरकार वोट बैंक की लालच में कोई कड़े कदम नहीं उठाती है।’

जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर शाह ने कहा कि वोट प्राप्त करने के लिए गहलोत सरकार ने हाईकोर्ट में सही पैरवी नहीं की, जिस कारण जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपी छूट गए। अरे शर्म करो, राजस्थान की जनता सब जानती है। ये सरकार उसी दिन जनता के मन से निकल गई, जिस दिन रामनवमी पर जुलूस पर रोक लगा दी।

सभा में पूर्व सीएम राजे और उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने भी किया संबोधित

इससे पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने संबोधित करते हुए कहा- भरतपुर के लिए ऐतिहासिक दिन है। इसने मान-सम्मान की लड़ाई है। सभी के मन में एक ही कसक है। पिछली बार के चुनाव में कमी रह गई थी।

उन्होंने नदबई में हुए बवाल पर तंज कसते हुए कहा कि जब देश सामाजिक समरसता के साथ बाबा साहब की जयंती मना रहा था। तब नदबई में हंगामा हुआ। बाप बेटे के खिलाफ मुकदमा करवाता है।

सभा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने संबोधित करते हुए कहा हमारे इस क्षेत्र में बारिश कम होती है। पानी की बहुत मुसीबत है और, हमारे जमीन का जलस्तर गिरता जा रहा है। इसी कारण पानी का संकट है। पिछली सरकार ने 13 जिले का प्लान बनाया था। ईस्टर्न कैनाल में कोटा से लेकर अलवर तक को शामिल किया गया। इसका संकल्प हमने लिया था।

मुझे अफसोस है कि गहलोत जी बातें कर रहे हैं, काम नहीं। 13 जिलों की लाइफ लाइन के लिए कोई काम किया ही नहीं है। बातों में ही उसे गोल कर दिया। सरकार ने महिला, दलित अत्याचार में बहुत ऊंचाई नापी है और इसी में नंबर एक है।

गहलोत कहते है कि भारतीय जनता पार्टी दूसरे सरकारों को हाथ में लेने की कोशिश करती हैं। जबकि इनकी खुद की कांग्रेस की सरकार इन्होंने 2008 और 2018 में भी जोड़तोड़ की बनाई थी।

सभा में उन्होंने जयपुर बम ब्लास्ट का जिक्र करते हुए कहा- जयपुर में बम ब्लास्ट मामले में जान बूझकर सरकार ने सही पैरवी नहीं की। आतंकवादी बरी हो गए और आज भी कुछ नहीं हो रहा है। अच्छी पैरवी हमने की थी, इसलिए उन्हें फांसी की सजा हुई थी।

इधर, सभास्थल पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पार्टी पदाधिकारी पहुंचे। मंच पर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी व पूर्व सीएम वसुंधरा राजे जैसे बड़े नेताओं की मौजूदगी रही।

कार्यक्रम में अपने संबोधन में उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज फिर राजस्थान यूनिवर्सिटी का पेपर लीक हुआ। पेपर लीक में राजस्थान नंबर वन है।