नई दिल्ली:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (24 सितंबर) को 9 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े। ये ट्रेनें 11 राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएंगीं। इन राज्यों में राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिमी बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात शामिल हैं।
इस मौके पर पीएम ने कहा- नए भारत के नए लोग नए उत्साह और नई उमंग का प्रतीक है। मुझे इस बात की खुशी है कि वंदे भारत का क्रेज बढ़ रहा है। इससे अब तक 1 करोड़ 11 लाख से ज्यादा यात्री सफर कर चुके हैं। देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों को अब तक 25 वंदे भारत ट्रेनों की सुविधा मिल रही है। अब इसमें 9 और वंदे भारत जुड़ जाएंगीं।
प्रधानमंत्री ने रेलवे स्टेशन के विकास पर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि देश के कई रेलवे स्टेशन गुलामी के काल में बने थे। विकसित होते भारत को अपनी गुलामी के प्रतीक इन रेलवे स्टेशनों को भी डेवलप करना होगा। अमृत काल में डेवलप होने वाले रेलवे स्टेशन अमृत भारत स्टेशन कहे जाएंगे।
लॉन्च की जानेवाली 9 नई वंदे भारत ट्रेनें
1. कासरागोड – तिरुवनंतपुरम (केरल)
2. जयपुर – उदयपुर (राजस्थान)
3. विजयवाड़ा- रेनीगुंटा- चेन्नई (आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु)
4. तिरुनेलवेली – मदुरै- चेन्नई (तमिलनाडु)
5. जामनगर-अहमदाबाद (गुजरात)
6. रांची – हावड़ा (झारखंड और पश्चिम बंगाल)
7. हैदराबाद-बेंगलुरु (तेलंगाना और कर्नाटक)
8. राउरकेला-पुरी (ओडिशा)
9. पटना-हावड़ा (बिहार और पश्चिम बंगाल)
पीएम की स्पीच की प्रमुख बातें…
- अब वह दिन दूर नहीं जब देश का हर क्षेत्र वंदे भारत से जुड़ जाएगा। ये ट्रेन उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो ट्रेन सफर का समय कम से कम रखना चाहते हें। ये ट्रेन उन लोगों की जरूरत बन गई है, जो एक शहर से दूसरे शहर जाकर एक ही दिन में काम पूरा करके लौटना चाहते हैं।
- रेलवे स्टेशन कोई भी हो, उसका स्थापना दिवस यानी जन्मदिवस होता है। मुंबई, पुणे, चेन्नई समेत कई शहरों में रेलवे स्टेशनों के जन्मदिवस मनाए जा रहे हैं। इस परंपरा का और विस्तार किया जाएगा। इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाएगा।
- पहले की सरकारों में रेल मंत्रालय किसे मिलेगा इसकी सबसे ज्यादा चर्चा होती थी। माना जाता था कि रेल मंत्रालय जिस राज्य से होगा वहीं पर ज्यादा ट्रेन चलेंगीं। ऐसा भी होता था कि नई ट्रेनों का ऐलान तो हो जाता था, लेकिन वे ट्रेनें कभी चल नहीं पाती थीं। इस परंपरा ने देश का बहुत नुकसान किया है। अब हम किसी राज्य को पीछे छोड़ने की गलती नहीं दोहरा सकते। हमें ‘सबका साथ सबका विकास’ की सोच के साथ आगे बढ़ना होगा।
सफर का समय कम होगा
इन नौ ट्रेनों के शुरू हो जाने से उन जगहों के बीच के सफर का समय 2 से 3 घंटे कम हो जाएगा। जैसे- राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस इन शहरों के बीच चलने वाली मौजूदा ट्रेन से 3 घंटे तक कम समय लेगी। इसी तरह हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस से इन शहरों के बीच सफर का समय 2.5 घंटे कर हो जाएगा। वहीं तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस सफर को 2 घंटे तक कम कर देगी।
तीर्थस्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी
इन 9 ट्रेन के जरिये प्रमुख धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के पीएम मोदी के विजन पर भी फोकस किया गया है। राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस से पुरी और मदुरै जैसे अहम तीर्थस्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. इसी तरह विजवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस वाया रेनीगुंटा रूट से तिरुपति जाने वाले श्रद्धालुओं को फायदा मिलेगा। इस समय देश के 25 रेलवे रूट्स पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं।