गोरखपुर की गीता प्रेस में PM मोदी:शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन किया;पहली प्रिंटिंग मशीन देखी

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गोरखपुर:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के रायपुर से गोरखपुर की गीता प्रेस पहुंचे हैं। पीएम गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन आयोजन में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा,”सावन का पवित्र माह, इंद्र देव का आशीर्वाद, संतों की कर्मस्थली..ये गोरखपुर की गीता प्रेस। जब संतों का आशीर्वाद भलिभूत होता है। तब ऐसे संस्थान बनते हैं। मुझे भी चित्रमय और नेपाली भाषा के शिव पुराण का सौभाग्य मिला है। आज से ही गोरखपुर के रेलवे स्टेशन जाऊंगा। सोशल मीडिया पर मेरी पोस्ट की हुई तस्वीरों को लोग देखकर हैरान है कि ऐसा डेवलपमेंट भी हो सकता है। आज वंदे भारत को भी शुरू करने जा रहा हूं।”

उन्होंने कहा,”गीता प्रेस विश्व का इकलौता ऐसा संस्थान है, जो एक जीवन आस्था है। करोड़ों लोगों के लिए ये संस्थान किसी मंदिर से कम नहीं। इसके काम और नाम में गीता है। जहां गीता है, वहां कृष्ण है। वहां करुणा है, ज्ञान भी है। वहां विज्ञान का शोध भी है।”

पीएम मोदी ने लीला चित्र मंदिर देखा है। यहां टेसू के फूलों से बने 675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र उन्होंने देखा। पहली प्रिंटिंग मशीन भी देखी। साथ में, सीएम योगी भी मौजूद हैं। अब पीएम मोदी ने मंच से शिव पुराण के नए संस्करण का विमोचन पीएम मोदी ने किया।

गीता प्रेस के 100 साल के इतिहास में ये पहला मौका है, जब कोई PM पहुंचा है। गीता प्रेस को हाल ही में गांधी शांति पुरस्कार मिला है। इसको लेकर विपक्ष ने काफी विवाद किया था। कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा था,”गीता प्रेस को यह पुरस्कार देने का फैसला एक मजाक है। यह सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है।”

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  • सीएम योगी ने कहा-गोरखपुर की पावन धरा पर पीएम मोदी का स्वागत है।
  • उन्होंने कहा-अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ। गरीब कल्याण की जितनी योजनाएं भारत में चल रही है, उस पैमाने पर विश्व का कोई देश नहीं पहुंच सका है।
  • गीता भारत की मूल आत्म हो जाग्रत करने का काम करता रहा है। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने इस प्रेस को सम्मान दिया है।
  • ये भारत की हर धरोहर का सम्मान है। गोरखपुर को एम्स लोगों की सेवा कर रहा है।
  • रामगढ़ ताल कभी अपराधियों का अड्‌डा था। आज सौंदर्यीकरण के बाद नई पहचान पा चुका है।
  • आज गोरखपुर से वंदे भारत की नई ट्रेन भी कुछ देर में मिलने वाली है।
  • गीता प्रेस के ट्रस्टी देवी दयाल ने कहा गीता प्रेस ऐप पर भी काम कर रहा है। इस पर धार्मिक किताब पढ़ने के लिए मिल सकेंगी।
  • एक डॉक्यूमेंट्री के जरिए गीता प्रेस का पूरा इतिहास लोगों के सामने रखा गया।

गोरखपुर में PM बनने के बाद मोदी का यह चौथा दौरा

PM बनने के बाद मोदी का गोरखपुर का यह चौथा दौरा है। वह 19 महीने पहले एम्स के इनॉगरेशन के लिए यहां आए थे। उधर, PM के दौरे से पहले गोरखपुर में पुलिस ने कांग्रेस के जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान, उपाध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह, कांग्रेस नेता तौकीर आलम और अभिजीत पाठक को हाउस अरेस्ट कर लिया है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा, ”सरकार के इशारे पर पुलिस तानाशाही रवैया अपना रही है। अब तक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान अराजकतत्वों, अशांति फैलाने वालों, माफियाओं और बदमाशों पर पुलिस कार्रवाई करती थी। लेकिन, अब विपक्ष के नेताओं को ही नजरबंद किया जा रहा है। जबकि, गुंडे और बदमाश सड़कों पर खुलेआम घूम रहे हैं।”

अयोध्या से गुजरने वाली वंदे भारत ट्रेन को रवाना करेंगे
PM गोरखपुर एयरपोर्ट पर करीब 2:15 बजे पहुंचेंगे। इसके बाद वे सीधे गीता प्रेस जाएंगे। वहां से रेलवे के कार्यक्रम में शामिल होंगे। वह यहां 2 वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पहली ट्रेन, गोरखपुर-लखनऊ और दूसरी जोधपुर-अहमदाबाद (साबरमती) के लिए है। गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस अयोध्या से होकर गुजरेगी।

1- गीता प्रेस यानी हर घर तक पहुंच
गीता प्रेस, हिंदू धर्म ग्रंथों को छापने वाला दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिशिंग हाउस है। यह अब तक करीब 93 करोड़ धार्मिक किताबें छाप चुका है। उसमें 16.21 करोड़ किताबें भागवत गीता की हैं। 11.73 करोड़ तुलसी दास की रामचरितमानस। 2.58 करोड़ पुराण और उपनिषद हैं। कमाई की बात करें, तो 2022 में 100 करोड़ रुपए टर्नओवर रहा।

शायद ही कोई हिंदू घर हो जहां गीता प्रेस की किताबें न हाे। या फिर वह गीता प्रेस का नाम न जानता हो। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि गीता प्रेस जाना पीएम मोदी का सॉफ्ट हिंदुत्व का मैसज देना हैं। गीता प्रेस के जिस कार्यक्रम के समापन के लिए मोदी पहुंच रहे हैं। 4 जून, 2022 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसका विमोचन किया था।

गीता प्रेस को हाल ही में 2021 का ‘गांधी शांति पुरस्कार’ देने की घोषणा हुई है। संभव है कि PM गीता प्रेस को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। यही नहीं, लीला चित्र मंदिर जाने के साथ 225 पेज के चित्रमय शिव पुराण के विशिष्ट अंक ग्रंथ का विमोचन भी करेंगे।

2. विवादों के वक्त PM का साथ का संदेश भी
केंद्र सरकार ने गीता प्रेस को 2021 का ‘गांधी शांति पुरस्कार’ देने की घोषणा की थी। इस पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था- केंद्र सरकार का यह फैसला सावरकर और नाथूराम गोडसे को सम्मान देने जैसा है।

इन तमाम विवादों के बीच PM मोदी का कोई बयान सामने नहीं आया। ऐसे में अब माना जा रहा है कि PM मोदी खुद आज गीता प्रेस पहुंचकर विपक्ष को करारा जवाब दे सकते हैं। सिर्फ यही नहीं, वह यह मैसेज भी देंगे कि विवादों में वह साथ नहीं छोड़ते हैं।

पूर्वांचल की 26 सीटों पर भी नजर
अब तक पिछड़ा कहे जाने वाले पूर्वांचल को मुख्य विकास की धारा में लाने के लिए PM मोदी कई नई योजनाओं की शुरुआत करेंगे। वे गोरखपुर रेलवे स्टेशन से 2 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

साथ ही, वे 693 करोड़ रुपए की लागत वाली रेलवे स्टेशन रीमॉडलिंग परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे। इस बजट से गोरखपुर रेलवे स्टेशन को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।

गोरखपुर कार्यक्रम के बाद PM मोदी अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी जाएंगे। वहां भी पीएम 12100 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्‍न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

PM मोदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-सोन नगर रेलवे लाइन के बीच 6760 करोड़ से बने फ्रेट कॉरिडोर का लोकार्पण भी करेंगे।

गरीबों और किसानों के लिए कर सकते हैं बड़ी घोषणा
इसके साथ ही माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री पूर्वांचल के गरीब मजदूरों और किसानों के लिए एक बार फिर कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इससे पहले भी उन्होंने 24 फरवरी, 2019 को गोरखपुर में कार्यक्रम के दौरान यहां से ‘किसान सम्मान निधि’ योजना की घोषणा की थी।

UCC कानून की कर सकते हैं अपील
दरअसल, पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में अपने सार्वजनिक संबोधन में UCC का जिक्र किया था। इसके बाद से इसकी चर्चा तेज है। PM मोदी ने कहा कि देश दो कानूनों से नहीं चल सकता और समान नागरिक संहिता संविधान का हिस्सा है।

ऐसे में माना जा रहा है कि पूर्वांचल दौरे के कार्यक्रम के दौरान PM मोदी एक बार फिर समान नागरिक संहिता कानून लागू करने की पुरजोर अपील कर सकते हैं।

देश में CAA-NRC लागू करने के साथ ही कश्मीर से धारा-370 हटाने के बाद अब PM मोदी का यह फैसला भी उनके लिए बड़े हिंदुत्व वोट बैंक से जोड़कर देखा जा रहा है।

पूर्वांचल के पिछड़ा और ब्राह्मण वोट बैंक टारगेट
पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर पिछड़ा और ब्राह्मण वोटरों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। यूपी की 80 लोकसभा सीटें हैं। 2024 में दिल्ली फतेह का रास्ता दिल्ली होकर ही गुजरता है।

माना जा रहा है कि इसलिए PM मोदी अपनी ताकत UP के पूर्वांचल में झोंकने वाले हैं। PM मोदी ने 2014 विधानसभा, 2019 के लोकसभा चुनाव, 2017 के विधानसभा और 2022 के विधानसभा चुनाव में चुनावी अभियान की शुरुआत पूर्वांचल से ही की थी।

इस बार फिर 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भी PM मोदी ने पूर्वांचल को ही चुना है, क्योंकि UP की 33% सीटें पूर्वांचल से ही आती हैं। पूर्वांचल में लोकसभा की कुल 26 सीटें हैं।