PM मोदी ने दिए विकसित भारत के 4 अमृत मंत्र:झारखंड में कहा-अंतिम व्यक्ति का नमक खाया है,कर्ज चुकाने आया हूं,7200 करोड़ के प्रोजेक्ट की घोषणा

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रांची:-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती (जनजातीय गौरव दिवस) के मौके पर झारखंड में विकसित भारत के लिए चार अमृत मंत्र दिए हैं। आज प्रधानमंत्री ने खूंटी पहुंचकर 7200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

योजनाओं का उद्घाटन

  • विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ
  • जनजातीय समूह मिशन’ शुरू, करीब 24 हजार करोड़ होगा खर्च
  • प्रधानमंत्री-किसान योजना की 15वीं किस्त जारी
  • 7200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास

उद्घाटन क्या- क्या हुआ

  • आईआईएम रांची का नया परिसर
  • आईआईटी आईएसएम धनबाद का नया छात्रावास
  • बोकारो में पेट्रोलियम ऑयल और लूब्रिकेंट (पीओएल) डिपो
  • हटिया-पकरा सेक्शन
  • तलगरिया-बोकारो सेक्शन और जारंगडीह-पतरातू सेक्शन डबल लेन।

आधारशिला रखी गयी

  • एनएच 133 के महगामा-हंसडीहा सेक्शन का फोर लेन कार्य (52 किमी)
  • एनएच 114ए के बासुकीनाथ-देवघर सेक्शन का फोर लेन कार्य (45 किमी)
  • केडीएच-पूर्णाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट
  • आईआईआईटी रांची के नए शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन की आधारशिला।
  • 49 हजार करोड़ की जनजातीय कल्याण एवं विकास परियोजनाओं का शुभारंभ

आदिवासियों का कल्याण लक्ष्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने अंतिम व्यक्ति का नमक खाया है। आज भगवान बिरसा की धरती पर ऋण चुकाने आया हूं। मक्खन पर लकीर तो सभी कोई खींच सकता है। कोई पत्थर पर तो लकीर खींचे। दौरे में उन्होंने आदिवासियों के कल्याण को लक्ष्य बनाने की बात कही।

झारखंड से विदा हुए पीएम मोदी

खूंटी के कार्यक्रम की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड से विदा ली। एयरपोर्ट पर उन्हें छोड़ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, सीएम हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा मौजूद रहे।

पवित्र माटी को माथे पर चढ़ाने का सौभाग्य मिला

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन सौभाग्य से भरा हुआ है। कुछ देर पहले ही उलिहातू से लौटा हूं। उनके परिजनों से भी सुखद मुलाकात हुआ है। उस पवित्र माटी को माथे पर चढ़ाने का सौभाग्य मिला है। मुझे भगवान बिरसा मुंडा पार्क देखने का भी अवसर मिला। दो साल पहले यह म्यूजियम देश को समर्पित करने का सौभाग्य मिला था। मैं सभी देशवासियों को जनजातीय गौरव दिवस की बधाई देता हूं।

झारखंड को 50 हजार करोड़ की अलग- अलग योजनाएं

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में कई जगहों पर झारखंड का स्थापना दिवस भी मना रहे हैं। देश को विशेषकर झारखंड को 50 हजार करोड़ रुपए की अलग- अलग योजना का उपहार मिला है। रेल परियोजना शुरू हुआ है। झारखंड भी देश के इलेक्ट्रिक फाइड रेल रूट वाला राज्य राज्य बना गया है। झारखंड का कोना – कोना महान विभूतियों से जुड़ा है। तिलका मांझी, चांद भैरव, फूलो झानों, अलबर्ट एक्का जैसे अनेक वीरों ने इस धरती का गौरव बढ़ाया है। देश का कोई कोना नहीं था जहां आदिवासी वीरों ने मोर्चा नहीं लिया। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मणिपुर, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश सहित कई जगहों पर ऐसे वीरों का देश ऋणी है।

आदिवासी वीरों के साथ हुआ अन्याय

प्रधानमंत्री ने कहा, आजादी के बाद ऐसे वीरों के साथ न्याय नहीं हुआ। हमने अमृत भारत के दौरान इन्हें याद किया। कुछ ही साल पहले खूंटी में सोलर पॉवर से चलने वाले जिला न्यायालय का उद्घाटन किया था। विकसित भारत संकल्प यात्रा मजबूत माध्यम बनेगी। मुझे दो दशक से ज्यादा सरकार के मुखिया के तौर पर काम करते हुए हो गया है। हमारी सरकार ने जितना दस साल में किया उससे ज्यादा ऊर्जा के साथ अपनी पूरी ताकत लगानी है।

प्रधानमंत्री ने कहा हम चार स्तंभ को मजबूत करेंगे।

चार अमृत स्तंभ

1 भारत की महिलाएं
2 किसान भाई बहन

3 भारत के नौजवान
4 मध्यम वर्ग, गरीब भाई बहन

13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले एक दशक में इन्हें मजबूत करने के प्रयास किए। पिछले कुछ वर्षों में 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा साल 2014 से हमारा सेवाकाल शुरू हुआ है। हम सेवा करने के लिए आये हैं। हमारे आने से पहले भारत की बहुत बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थी। भारत के लोगों ने उम्मीद छोड़ दी थी कि उनका जीवन बदल पायेगा।

जल जीवन मिशन का लक्ष्य पूरा हो रहा है
खूंटी में प्रधानमंत्री बोले हमने उपेक्षित लोगों को मजबूत किया। हमारी सरकार उनका संबल बनी, उनकी साथी बनी। सोच बदली तो परिणाम भी बदल गये। जल जीवन मिशन की वजह से हर घर में नल पहुंच रहा है। देश में अब यह 70 प्रतिशत तक पहुंच रहा है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, वो लोग कौन थे जिन्हें मलाई मिलती थी। जिनकी सरकार में पहुंच होती थी वह सुविधाएं आसानी से जुटाते थे। जो लोग समाज में पीछे रहे मूल सुविधाओं से वंचित था मोदी ने इन्हें प्राथमिकता दी।

एक हजार दिन में 18 हजार गांव में बिजली पहुंची

प्रधानमंत्री ने कहा मैंने बड़े वर्ग और सुविधा चाहने वाले लोगों की रोटी नहीं खाई। मैंने कतार में खड़े आखिरी व्यक्ति का नमक खाया है। मैं उनका कर्ज चुकाने आया हूं। कई गांव में बिजली नहीं थी क्योंकि उन्हें अंधेरे में छोड़ दिया गया था। वहां बिजली पहुंचाना कठिन था मैं मानता हूं, मैंने वादा किया था एक हजार दिन में 18 हजार गांव में बिजली पहुंचाना है। आपके सेवक ने यह कर दिखाया।

विकसित भारत संकल्प यात्रा का आगाज

प्रधानमंत्री ने कहा आपसी भेदभाव खत्म कर दिया जाए। सभी समान हो कई गरीब हैं जिन्हें योजना की जानकारी नहीं है। कब तक हम उन्हें अपने हाल में छोड़े रखेंगे। यही वजह है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत हो रही है। 15 नवंबर से शुरू होकर यह अगले साल 26 जनवरी तक चलाया जायेगा। गरीबों को उसका हक दिया जायेगा।

राष्ट्रपति ने दिया संदेश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भगवान बिरसा मुंडी की जयंती पर खास संदेश दिया। राष्ट्रपति ने पिछले साल खूंटी के उलिहातू दौरे को याद किया और आदिवासी जनजातीय की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि मैं उसी समुदाय से हूं इसलिए मेरा खास लगाव है।

प्रधानमंत्री इस सभा से पहले भगवान बिरसा की जन्मभूमि उलिहातू पहुंचे थे। मोदी देश के पहले पीएम हैं, जो भगवान बिरसा की जन्मभूमि पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा की माटी का तिलक लगाया। प्रधानमंत्री ने यहां स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देते स्टॉल का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर पहुंचे हैं।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्हें शॉल और भगवान बिरसा की प्रतिमा दी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पीएम मोदी को टोपी और एक सरना शॉल भेंट की। इसके अलावा भी प्रधानमंत्री को प्रतिमा, पेंटिंग और कई अपहार भी दिए गये हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री उलिहातू में भगवान बिरसा की प्रतिमा को नमन किया और परिजनों से बात की।

मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मैं एक आदिवासी राज्य का नेतृत्व कर रहा हूं हम विकास की कतार में खड़े हम अंतिम व्यक्ति की बात करते हैं। हमने सरकार आपके द्वार के माध्यम से यह प्रयास किया है। हमने हर एक व्यक्ति को विकास से जोड़ने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री यहां आये हैं तो आशा है कि आदिवासी विकास का लक्ष्य हम पूरा करेंगे।

हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा, आपने इस कार्यक्रम से पूरे देश को जोड़ा है। यह आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित हो झारखंड इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेगा। झारखंड हमेशा प्रयास करता रहा है। प्रधानमंत्री जी हम आग्रह करना चाहेंगे जो जंगल में आदिवासी बसते हैं उन्हें विस्थापन का दंश झेलते हैं। इनके लिए भी प्रधानमंत्री कोई खास योजना लाएं जिससे इनका भला हो। हेमंत सोरेन ने कहा, हम प्रधानमंत्री जी आपको सुनने के लिए यहां आये हैं।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने योजनाओं का जिक्र किया जिससे आदिवासी समाज के विकास पर जोर दिया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताया है। यह पहला अवसर है जब देश के प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा के गांव पहुंचे हैं। जनजातीय गौरव का यह नया अध्याय बना है। पूरे देश में इस मिट्टी से सुगंध के रूप में फैले इसलिए कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल जुड़े हैं। पूरा देश आज खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा की धरती से जुड़ा है। यह एक नयी यात्रा का आगाज है। यहां से विकसित भारत संकल्प यात्रा का भी आगाज हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा की जन्मभूमि की धरती को नमन किया और वहां की मिट्टी का तिलक लगाया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11.30 बजे खूंटी में 24 हजार करोड़ रुपए के प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीएम पीवीटीजी) मिशन लॉन्च करने वाले हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा को पीएम यहां हरी झंडी दिखाएंगे।

पीएम किसान की 15वीं किस्त के 18,000 करोड़ रुपए जारी किया जायेगा। झारखंड की 7200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 नवंबर की रात रांची पहुंचे थे। रांची में उनका जोरदार स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री सुबह 9 बजे बिरसा मुंडा संग्रहालय पहुंचे इसके बाद भगवान बिरसा की जन्मभूमि खूंटी के उलिहातू का रुख किया और अब खूंटी में योजनाओं की सौगात दे रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री बिरसा मुंडा संग्रहालय पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रधानमंत्री बिरसा मुंडा संग्रहालय देखा। प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री यहां 15 से 20 मिनट का वक्त दिया। इसके बाद सीधे बिरसा मुंडा स्मृति पार्क से रांची एयरपोर्ट जाएंगे जहां से हेलिकॉप्टर से खूंटी फिर सड़क मार्ग से उलिहातू पहुंचें। नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो धरती आबा की जयंती पर उलिहातू पहुंचे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिरसा मुंडा की माटी को नमन कर पुष्प अर्पित किया । यहां भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों से भी मुलाकात किया।