प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र में तीन बड़ी रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर, पनवेल और मुंबई में चुनावी जनसभाएं कीं, जहां उन्होंने राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर कई अहम बातें कहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चुनाव केवल नई सरकार चुनने का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह चुनाव महाराष्ट्र की संस्कृति और पहचान को बचाने का भी सवाल है।
संभाजीनगर में छेड़ी संभाजी महाराज और औरंगजेब पर बहस
संभाजीनगर में अपनी रैली के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में एक ओर ऐतिहासिक विवाद को ताजा किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक तरफ छत्रपति संभाजी महाराज के अनुयायी हैं और दूसरी ओर औरंगजेब के समर्थक। मोदी ने कहा, “कुछ लोग तो संभाजी महाराज के कातिलों को भी मसीहा मानते हैं,” और यह बयान उनकी पार्टी के राज्य में मराठा गौरव को लेकर वचनबद्धता को स्पष्ट करता है।
मुंबई में आतंकवाद से सुरक्षा की ओर बदलाव की बात की
मुंबई में अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की सुरक्षा स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मुंबई ने लंबे समय तक आतंकवाद का दर्द सहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में लोगों के मन में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है। मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय देश में आतंकवादी घटनाएं होती रहती थीं, लेकिन अब जब से भाजपा की सरकार आई है, आतंकवादियों को यह पता है कि मोदी सरकार उन्हें कहीं भी पकड़ने में सक्षम है।
प्रधानमंत्री के भाषण की 8 प्रमुख बातें:
- बालासाहेब ठाकरे की मांग को पूरा किया
प्रधानमंत्री ने संभाजीनगर में कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने इस शहर का नाम छत्रपति संभाजी नगर करने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अघाड़ी सरकार ने कांग्रेस के दबाव में इस मांग को पूरा नहीं किया, जबकि महायुति सरकार ने इसे लागू किया। - विरासत के संरक्षण के साथ विकास
मोदी ने कहा कि भाजपा की सरकार महाराष्ट्र के विकास के साथ-साथ उसकी सांस्कृतिक विरासत को भी संजोने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि भगवान विठ्ठल के भक्तों के लिए पालकी महामार्ग बनाया गया और मराठवाड़ा में मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा दिया गया। - अघाड़ी सरकार की नाकामी
प्रधानमंत्री ने कहा कि अघाड़ी सरकार ने महाराष्ट्र की समस्याओं को बढ़ाया और मराठवाड़ा में पानी के संकट पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अघाड़ी सरकार ने पानी की किल्लत के बीच कोई समाधान नहीं दिया। - कांग्रेस की राजनीति: बंटवारा या विकास?
मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा बंटवारे की राजनीति करती है, और इसके तहत SC, ST और OBC को छोटे-छोटे जातिगत समूहों में बांटने की साजिश की जा रही है। - OBC समाज को बांटने की कोशिशें
प्रधानमंत्री ने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस OBC समाज को जातियों में बांटकर सत्ता में वापसी की राह तलाश रही है। उन्होंने SC, ST और OBC समुदायों से इस साजिश के खिलाफ जागरूक होने का आह्वान किया। - रायगढ़ से भावात्मक संबंध
पनवेल में अपने भाषण में, प्रधानमंत्री मोदी ने 2013 में जब भाजपा ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, तब रायगढ़ किले पर जाकर शिवाजी महाराज से आशीर्वाद लेने की बात की। उन्होंने इसे अपनी राजनीतिक यात्रा का अहम पल बताया। - देश की उपलब्धियों को पार्टी से ऊपर रखना चाहिए
मुंबई में मोदी ने महाअघाड़ी को निशाना बनाते हुए कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति और धर्मनिरपेक्षता के नाम पर देश की उपलब्धियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने भाजपा और महायुति के मंत्र “देश पहले, पार्टी बाद में” को दोहराया। - मुंबई की विकास योजनाओं पर कांग्रेस की उपेक्षा
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुंबई, जो भारत का वित्तीय और सांस्कृतिक हब है, कांग्रेस सरकार के समय लगातार पिछड़ता गया क्योंकि उन्होंने भविष्य की योजनाओं पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने दावा किया कि महायुति सरकार अब मुंबई के विकास को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।