प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम को दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (SKICC) में ‘एम्पावरिंग यूथ, ट्रांसफॉर्मिंग जम्मू-कश्मीर’ इवेंट में शामिल हुए। यहां उन्होंने युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे। साथ ही 1500 करोड़ के 84 प्रोजेक्ट्स और कृषि और इससे जुड़े सेक्टर्स के विकास के लिए 1800 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार काम करती है और नतीजे दिखाती है। तीसरी बार सरकार बनाने से दुनिया को स्थिरता का संदेश मिला है। हमारी सरकार को लेट-लतीफी पसंद नहीं है। आज जो बदलाव जम्मू-कश्मीर में दिख रहे हैं, वह बीते 10 साल में हमारे काम का नतीजा है।
इसके साथ ही उन्होंने बीते दिनों में जम्मू के कई जिलों में हुए आतंकी हमलों पर कहा- हमारी सरकार ने हालिया हुए आतंकी हमलों को गंभीरता से लिया है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को सबक सिखाने में हिचकिचाएंगे नहीं।
पीएम मोदी 21 जून को योग दिवस पर सुबह 6.30 बजे से कॉमन योग प्रोटोकॉल के तहत SKICC के बैकयार्ड में डल झील के किनारे योग आसन करेंगे। इस दौरान करीब 7 हजार लोग उनके साथ योग करेंगे। कुछ लोगों को विभिन्न आसनों की ट्रेनिंग दी गई है।
2013 के बाद से यह पीएम की 25वीं जम्मू-कश्मीर यात्रा
2013 के बाद से यह उनकी जम्मू-कश्मीर की 25वीं यात्रा है। वहीं 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद 7वीं यात्रा है। चुनाव आयोग सितंबर में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करवाने तैयारियां कर रहा है। ऐसे में PM मोदी का यहां जाना और योग दिवस जैसे इंटरनेशनल इवेंट में शामिल होना पॉजिटिव मैसेज माना जा रहा है।
10 साल पहले 2014 में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून के दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। तब से इसे अलग-अलग थीम पर मनाया जा रहा है। 2024 के लिए योग दिवस की थीम ‘योगा फॉर सेल्फ एंड सोसाइटी’ है।
शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें…
- पीएम ने कहा कि जनता ने हमें तीसरी बार सरकार बनाने का मौका दिया। जनता को हमारी नीतियों पर भरोसा है। जनता की जो उम्मीदें हैं वह हमारी सरकार ही पूरा कर सकती है। आज समाज को सिर्फ परफॉर्मेंस से मतलब है। देश ने हमारी परफॉर्मेंस देखी और इसकी वजह से हमें तीसरी बार सरकार बनाने का मौका दिया।
- पिछली सदी के आखिरी दशक में कई अस्थिर सरकारें बनीं। 10 साल में 5 बार चुनाव हुए। इसका मतलब यह है कि चुनाव ही होते रहे, कुछ और करने को नहीं था। इस अस्थिरता और अनिश्चितता के चलते के चलते जब भारत के टेकऑफ करने का समय था, तब हम जमीन पर रह गए और हमें बहुत नुकसान हुआ। उस समय को पीछे छोड़कर अब भारत स्थिर सरकार के युग में आया है। इससे हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ है। लोकतंत्र को मजबूत बनाने में जम्मू-कश्मीर ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
- जम्मू-कश्मीर के लोग स्थानीय स्तर पर अपने प्रतिनिधि चुनते हैं, उनके जरिए आप अपनी परेशानियों को हल करना चाहते हैं, इससे बेहतर क्या हो सकता है। इसलिए अब विधानसभा चुनावों की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। वह समय दूर नहीं है कि जब आप अपने वोटों से जम्मू-कश्मीर की नई सरकार चुनेंगे। वह दिन भी जल्द आएगा जब जम्मू-कश्मीर एक राज्य के तौर पर अपना भविष्य बेहतर बनाएगा।
PM के दौरे से पहले श्रीनगर रेड जोन घोषित
पीएम ने 9 जून शपथ ली थी तब से कश्मीर में 4 आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए श्रीनगर में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। श्रीनगर में रेड जोन घोषित किया गया। पुलिस के मुताबिक ड्रोन रूल्स, 2021 के नियम 24(2) के तहत श्रीनगर को तत्काल प्रभाव से ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के लिए टेम्परेरी रेड जोन घोषित किया गया है। इस जोन में ड्रोन उड़ाने पर केस दर्ज हो सकता है।
1500 करोड़ के 84 प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के दौरे पर सड़क, जलापूर्ति, हायर एजुकेशन से जुड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया है। इसका उद्देश्य यहां के युवाओं को रोजगार देना है। उन्होंने 1800 करोड़ की लागत वाले जेकेसीआईपी, चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड, इंडस्ट्रियल एस्टेट, 6 गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी किया।
यह प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में लागू होगा। जिससे 15 लाख लोगों के जरिए 3 लाख परिवारों तक प्रोजेक्ट का लाभ पहुंचेगा। इसके अलावा PM ने 2000 सरकारी कर्मचारियों को जॉब लेटर दिया।
स्थानीय लोग बोले- पिछले कुछ साल में कश्मीर में शांति आई
स्थानीय लोगों ने दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए कहा कि यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि PM मोदी डल झील के किनारे योग दिवस मनाएंगे।
स्थानीय निवासी इश्तियाक सोफी का कहना है कि PM ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के लिए डल झील के किनारे SKICC को इसीलिए चुना, क्योंकि पिछले कुछ साल में कश्मीर में शांति आई है। हम बहुत उत्साहित हैं, क्योंकि वे जम्मू-कश्मीर के लिए किसी विशेष पैकेज की घोषणा करेंगे।
एक अन्य स्थानीय फैयाज अहमद ने भास्कर को बताया कि PM के जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले यहां के लोगों के लिए कोई विशेष या अन्य लाभ नहीं थे, लेकिन इस बार हमें उम्मीद है कि कुछ घोषणाएं होंगी।
2014 में आखिरी बार हुए थे जम्मू-कश्मीर में चुनाव
5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मी से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इससे पहले यहां 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। 2018 में BJP और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी, क्योंकि BJP ने PDP से अलायंस तोड़ लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लिए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे।
मई 2022 के परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों वाली विधानसभा बनाई गई है, जिसमें कश्मीर में 47 और जम्मू में 43 सीटें हैं। यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा भी बहाल कर दिया जाएगा।
योग दिवस से जुड़े बड़े इवेंट
इस साल योग दिवस के बड़े इवेंट सेना, सेलेब्रिटीज और सोशल गैदरिंग के तौर पर हाेंगे। कर्नाटक के मैसुरू पैलेस में लगभग 10 हजार लोग एकसाथ योग करेंगे। इसके अलावा, गुजरात के बनासकांठा में भारत-पाक सीमा से महज 20 किमी दूर नाडा बेट में भी 10 हजार लोग योग आसन करेंगे।