मनाली :-
हिमाचल में कांग्रेस सरकार बनते ही अटल टनल पर सियासत शुरू हो गई है। CM सुक्खू ने पदभार संभालते ही शिलान्यास पटि्टका पर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अटल टनल रोहतांग में 5 दिन के अंदर सोनिया गांधी के नाम की शिलान्यास पटि्टका लगाने के आदेश दिए हैं।
विधायकों के साथ हुई बैठक में लाहौल-स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने अटल टनल रोहतांग की शिलान्यास पट्टिका का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अटल टनल रोहतांग का शिलान्यास कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार ने शिलान्यास पट्टिका को हटा दिया था।
2020 में पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
लाहौल स्पीति से विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि 2 जून 2010 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह की मौजूदगी में UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी ने धुंधी में रोहतांग टनल की आधारशिला रखी थी। जब 3 अक्टूबर 2020 को अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया तो सोनिया गांधी की शिलान्यास पट्टिका को वहां स्थापित नहीं किया।
लाहौल स्पीति कांग्रेस ने किया था विरोध
लाहौल-स्पीति कांग्रेस ने उस समय इसका पुरजोर विरोध किया और केलांग मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया, फिर भी कुछ नहीं हुआ। प्रदेश में भी कांग्रेस ने इसका विरोध किया, मगर सरकार ने इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
सामरिक दृष्टि से देश के लिए महत्वपूर्ण अटल टनल
प्रदेश में इस बार कांग्रेस पूर्ण बहुमत लेकर सरकार बनाने में कामयाब रही। अटल टनल रोहतांग सामरिक दृष्टि से देश के लिए महत्वपूर्ण है और वहीं पर लाहौल वासियों के लिए ये मील का पत्थर साबित हुई है। आधारशिला रखने वाले का नाम गायब करना छोटी मानसिकता का परिणाम हो सकता है।