नेपाल बॉर्डर पर लगे अमृतपाल वांटेड के पोस्टर:कोडवर्ड इस्तेमाल कर रहा है;प्राइवेट आर्मी की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान से मंगवाई AK-47

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अमृतसर:-वारिस पंजाब दे के चीफ व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश नौवें दिन भी जारी है। वहीं अब अमृतपाल को लेकर चौंकाने वाला बड़ा खुलासा हुआ है। अमृतपाल ने पाकिस्तान से 6 AK 47 और 2 AK 56 मंगाई थी। पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस सोर्सेज के मुताबिक यह हथियार जेएंडके के रास्ते पंजाब पहुंचने थे।

अमृतपाल अपनी प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज (AKF) और अमृतपाल टाइगर फोर्स (ATF) को इसकी ट्रेनिंग देना चाहता था। इसके लिए वह पाकिस्तान के रिटायर्ड मेजर के संपर्क में था। वह अपने साथियों को आर्मी जैसी ट्रेनिंग देना चाहता था। हालांकि पुलिस के पहले ही एक्शन से उसकी पूरी प्लानिंग फेल हो गई।

अमृतपाल को लेकर एक और बात सामने आई है कि फरारी के दौरान वह कोड वर्ड में बात कर रहा है। अमृतपाल 19 मार्च को हरियाणा में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में रुका था। जिस महिला बलजीत कौर के घर वह रुका था, उसी ने कोड वर्ड को लेकर पहली बार खुलासा किया है। अमृतपाल ने उसे शाहाबाद से स्कूटी पटियाला के गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब में छोड़ने को कहा। बलजीत को कहा गया कि उसे एक नंबर पर कहना है कि ‘बुआ जी रेनू बोल रही हूं, चाबी मैट के नीचे है’। बलजीत कौर ने स्कूटी देकर ऐसा ही किया।

अमृतपाल के अब नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल की आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज मिली है। महाराजगंज में UP से नेपाल बॉर्डर सटा हुआ है। हालांकि इंडो-नेपाल बॉर्डर पर पहले से ही हाई अलर्ट है। ऐसे में नए खुलासे के बाद मुस्तैदी और बढ़ा दी गई है। यहां अमृतपाल के वांटेड के पोस्टर लगा दिए गए हैं।

पटियाला में शरण देने वाली बलबीर कौर गिरफ्तार
पंजाब पुलिस की गिरफ्त से फरार हुए अमृतपाल सिंह और पप्पलप्रीत सिंह ने 19 मार्च की रात को पटियाला में शरण ली थी। वहां भी एक महिला बलबीर कौर ने उन्हें अपने घर में रोका था। पुलिस ने महिला बलबीर कौर को आइडेंटिफाई करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि 19 अप्रैल की वीडियो अभी बीते दिन ही पुलिस के हाथ लगी थी। जांच के बाद पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर ली है। अब महिला के फोन से जानकारियां हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है।

अमृतपाल का एक चाचा रिटायर्ड इंस्पेक्टर, उसी के गुर से चकमा दे रहा
अमृतपाल को पकड़ने के लिए पुलिस पंजाब के अलावा 5 राज्यों में सर्च कर रही है, लेकिन वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। उसके गिरफ्तारी से बचने के बाद स्पष्ट नजर आ रहा है कि वह पुलिस की कार्रवाई व प्लान से पूरी तरह से वाकिफ हैं। यह भी सामने आया है कि उसका एक चाचा सुखचैन सिंह पंजाब पुलिस का रिटायर्ड इंस्पेक्टर है। संभावना जताई जा रही है कि अमृतपाल और उसके मास्टरमाइंड चाचा हरजीत सिंह दोनों के रिटायर्ड पुलिसकर्मी सुखचैन सिंह के माध्यम से पुलिस में अच्छे संपर्क थे। दोनों राज्य पुलिस की कार्यप्रणाली से वाकिफ थे।

ऐसे माहौल में पले-बढ़े अमृतपाल ने शायद अपने चाचा से पुलिस को चकमा देने के गुर भी सीखे होंगे। वहीं चाचा सुखचैन सिंह का कहना है कि अमृतपाल गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस सोची-समझी साजिश के तहत उसे कोर्ट में पेश नहीं कर रही। पुलिस उसे कुछ और बनाकर बाद में पेश करेगी। उनका कहना था- अमृतपाल सिंह को अगर पुलिस पकड़ना चाहती, तो गांव से पकड़ सकती थी। वह तो यहां आराम से घूमता था और रोज गुरुद्वारे भी जाता था।

जत्थेदार ने कहा- अमृतपाल को सरेंडर कर देना चाहिए
वहीं श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने की हिदायत दी है। उनका कहना है कि अमृतपाल सिंह को सरेंडर करते हुए जांच में सहयोग देना चाहिए। सरकार से पूछना चाहिए कि आइए, जो पूछना है पूछ लीजिए।

वहीं, उन्होंने सरकार से भी अनुरोध किया कि पंजाब के युवाओं से सख्ती से पेश ना आएं। उन्होंने इतने बढ़े गुनाह नहीं किए, जितनी बड़ी धाराएं उन पर लगा दी गई हैं। इसके साथ ही जत्थेदार ने सरकार पर सवाल खड़ा किया है कि इतनी पुलिस-फोर्स होने पर भी अमृतपाल को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। अगर गिरफ्तार किया जा चुका है तो सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

सोमवार को सिख संगठन करेंगी विचार, राजनीतिक पार्टियों से दूरी
इसके साथ ही जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से पंजाब के हालात पर विचार करने के लिए सोमवार को इकट्‌ठ बुलाया गया है। इस इकट्‌ठ में 60 से अधिक सिख संगठनों को विचार करने के लिए बुलाया गया है, लेकिन इसके साथ ही हिदायत दी गई है कि इस बैठक में कोई भी राजनीतिक संगठन ना पहुंचे। सिर्फ धार्मिक जत्थेबंदियों को ही आने का न्योता दिया गया है।

प्रगति मैदान में खालिस्तानी झंडा लगाने की धमकी
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार IGI एयरपोर्ट पर एक यात्री के पास एक ऑडियो रिकॉर्डिंग आई थी। इस रिकॉर्डिंग में प्रगति मैदान से भारत का झंडा उतार कर खालिस्तानी झंडा लगाने की बात कही गई थी। यात्री ने सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ IGI एयरपोर्ट थाने में IPC की धारा 153, 153A, और 505 के तहत FIR दर्ज की है। खास बात है कि इस जगह पर सितंबर महीने में G20 सम्मेलन का भी आयोजन किया जाना है।

बलजीत कौर के फोन पर एक्शन
पंजाब पुलिस ने कुरुक्षेत्र से पकड़ी गई महिला बलजीत कौर के फोन के आधार पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पप्पलप्रीत सिंह की बहन-जीजा को जम्मू तो एक व्यक्ति को इंदौर से हिरासत में लिया है।

पुलिस से मिली इनपुट्स के अनुसार, कुरुक्षेत्र में रुके अमृतपाल और पप्पलप्रीत सिंह ने बलजीत कौर के फोन से इन व्यक्तियों से लंबी बातचीत की थी। पप्पलप्रीत सिंह के बहन व जीजा की पहचान अमरीक सिंह व सर्बजीत कौर के तौर पर हुई है। वहीं इंदौर से पकड़े गए युवक का नाम सुक्खा बताया जा रहा है।

हरियाणा के गृह मंत्री ने बताई थी पंजाब पुलिस की नाकामयाबी
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने दावा किया है कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन पंजाब पुलिस ने शाहाबाद पहुंचने तक डेढ़ दिन लगा दिया। विज ने कहा कि मोस्टवांटेड के मामले में भी पंजाब सरकार की सुस्ती स्पष्ट नजर आ रही हैं। इससे पंजाब सरकार के राजनीतिक ड्रामे का पता चलता है।

केजरीवाल बोले- माहौल खराब करने वाले दुम दबाकर भाग रहे
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। पंजाब में अमन शांति बनाए रखने के लिए यदि सख्त फैसले लेने पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे। जो लोग पंजाब में माहौल खराब कर रहे थे वे आज दुम दबा कर भाग रहे हैं।

पांच राज्यों में अमृतपाल की तलाश
शनिवार सुबह अमृतपाल सिंह की कुछ फुटेज दिल्ली के इंटर-स्टेट बस स्टैंड से सामने आयी थी। जिसमें वह एक साधु के भेष में दिख रहा था। जिसके बाद पंजाब पुलिस की एक टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। लेकिन दिल्ली के साथ-साथ पंजाब पुलिस इस समय उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, यूपी और जम्मू-कश्मीर में भी सर्च कर रही है। अनुमान है कि अमृतपाल सिंह इस समय अपने लिए सुरक्षित स्थान ढूंढ रहा है और उसका अंतिम मकसद नेपाल बॉर्डर क्रॉस करने का ही है।