जयपुर:-विधानसभा चुनाव और नए मुख्य सचिव,राजस्थान अधीनस्थ भर्ती बोर्ड और रेरा के चेयरमैन के चयन को लेकर कवायद तेज हो गई है। जल मिशन योजना और खान विभाग में घोटाले के मुद्दे पर भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा ईडी में शिकायत और सीबीआई जांच की मांग के चलते अब वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुबोध अग्रवाल मुख्य सचिव बनाए जाने का मामला अटक गया।
मुख्य सचिव की दौड़ में दो महिला अधिकारी वीनू गुप्ता और शुभ्रा सिंह के साथ ही अभय कुमार का नाम उभर कर के सामने आया है। आईएएस अधिकारी इंद्रजीत सिंह और में गिरी विदेश से लौटे हैं इसके अलावा लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी में डिप्टी डायरेक्टर पद पर कार्य आनंदी और राजन विशाल भी विदेश से लौटे हैं । इन चारों अधिकारियों को पर स्थापित किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता,चुनाव अधिकारी कृष्ण कुणाल,कार्मिक सचिव हेमंत गेरा के साथ ही टोंक, बाड़मेर, पाली और जालौर चारों जिले के कलेक्टर बदले जाने की चर्चा भी जोरों पर है। मुख्य और अतिरिक्त चुनाव अधिकारी जाने से पहले निर्वाचन आयोग से अनुमति ली जाएगी। दोनों अधिकारी 3 साल से अधिक समय से पद स्थापित है।
रेरा के चेयरमैन के लिए उषा शर्मा के साथ ही पूर्व मुख्य सचिव और मौजूदा मुख्यमंत्री के सलाहकार निरंजन आर्य का नाम भी सामने आ रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं मिलने की स्थिति बनी रेरा के चेयरमैन बन सकते हैं! रेरा के चेयरमैन के लिए फॉर्म भरने की तारीख 5 जुलाई तय की गई है।
फिलहाल उषा शर्मा 30 जून को सेवानिवृत्त होंगी। अब यहां यह चर्चा भी जोरों पर है कि उषा शर्मा के पति वर्तमान में बिजली नियामक आयोग के चेयरमैन है और उन्हें बड़ा पद दिए जाने को लेकर भी विरोध हो सकता है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी की रिश्तेदारी के कारण मुख्यमंत्री उन्हें रेरा के चेयरमैन का पद दे सकते हैं। इसके अलावाराजस्थान अधीनस्थ सेवा भर्ती बोर्ड हरिप्रसाद शर्मा काअक्टूबर में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। ऐसे में 30 जून तक राजस्थान के प्रशासनिक बड़े में बड़ा बदलाव आने की स्थिति बनी हुई है।