जोधपुर:-जोधपुर में शनिवार सुबह एक प्राइवेट स्लीपर बस ने रामदेवरा (जैसलमेर) जा रहे जातरुओं (श्रद्धालुओं) के जत्थे को रौंद दिया। हादसे में तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 4 अन्य जातरू घायल भी हुए हैं। मृतक महिलाएं बूंदी व टोंक जिले की हैं। हादसे जिले के बिलाड़ा थाना क्षेत्र में खारिया-मीठापुर के करीब सुबह 4.30 बजे हुआ।
जैसलमेर के रामदेवरा में भाद्रपद महीने में मेला भरता है। जिसमें शामिल होने के लिए जातरू पैदल रामदेवरा पहुंच रहे हैं। जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर बिलाड़ा के पास सड़क पर शनिवार सुबह पैदल चल रहे इन्हीं जातरुओं के जत्थे को स्लीपर कोच प्राइवेट बस ने रौंद दिया।
हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया और पुलिस को सूचना दी गई।
बिलाड़ा एसएचओ घेवर सिंह ने बताया कि हादसा सुबह 4.35 बजे हुआ। नेशनल हाईवे बाइपास पर रामदेवरा यात्री पैदल जा रहे थे। इस दौरान जयपुर से आई स्लीपर बस ने पैदल जा रहे हैं यात्रियों को पीछे से टक्कर मार दी।
जानकारी के अनुसार लाल रंग की स्लीपर कोच ने सड़क किनारे चल रहे जातरूओं के जत्थे को टक्कर मारी। इसके बाद ड्राइवर बस लेकर फरार हो गया। पीछे आ रही जाखड़ ट्रैवल्स की बस के एक यात्री ने घटना की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज बिलाड़ा हॉस्पिटल में चल रहा है। मरने वालों में आशा (40) पत्नी भोमाजी निवासी नैनवां (बूंदी), बादाम देवी (35) पत्नी राजेश, निवासी राजनगर देवली (टोंक), प्रेम देवी (50) पत्नी रमेश निवासी देवली (टोंक) की मौत हो गई।
इसके अलावा मनभर देवी निवासी हिंडोली बूंदी, हेमराज निवासी सीतापुरा टोंक, मीना निवासी नयाबास गोठड़ा टोंक और नेराजी देवी निवासी नैनवां बूंदी घायल हैं, जिनका बिलाड़ा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
हादसे की जानकारी होने के साथ ही उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार, विकास अधिकारी पन्नू सा एवं शिक्षा विभाग के कानाराम हिमार बिलाड़ा पीएचसी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती घायलों का हाल जानने पहुंचे। वहां उन्होंने उपचार एवं इलाज की व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
मृतकों एवं घायलों की पहचान होने के बाद उनके साथ चल रहे अन्य श्रद्धालुओं से जानकारी जुटाकर परिजनों को सूचित किया गया।