जयपुर:-सचिन पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पर राजस्थान में तालमेल नहीं करा पाने का आरोप लगाया है। साथ ही उनकी भूमिका पर सवाल उठाए हैं। सोलंकी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी है। इसमें प्रभारी को तालमेल रखने में विफल बताया है। सोलंकी ने सीएम अशोक गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा- सीएम बीजेपी से क्रॉस वोट करने वाली विधायक को बोल्ड कह रहे हैं तो कांग्रेस को वोट करने वाले पायलट समर्थक कायर कैसे हो गए?
सोलंकी ने जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा- प्रदेश प्रभारी को अच्छा तालमेल बैठाना चाहिए था। समन्वय नहीं किया तो पार्टी का नुकसान होगा, किसी व्यक्ति का नहीं। इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष और राहुल गांधी को संज्ञान लेना चाहिए। राजस्थान में अभी तालमेल नहीं है।
सोलंकी ने कहा- प्रदेश प्रभारी रंधावा और मुख्यमंत्री से वन टू वन संवाद हुआ था। उस समय हमने कई मुद्दे उठाए थे। उन मुद्दों पर आज तक कोई समाधान नहीं हुआ। इतनी बड़ी चीजें हमने रंधावा को कही, लेकिन कोई रेस्पोंस नहीं मिला। आप जिलों का परिसीमन कर रहे हैं। हमारी राय लें, लेकिन नहीं ली। 2 अप्रैल के जो मुकदमे वापस लेने थे। उन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। हमें 20 दिन बाद भी मिलने नहीं बुलाया गया। तीन बार फोन लगाया. फोन पर बात नहीं हुई। जब हमारी प्रभारी भी नहीं सुनेंगे तो इसका मतलब क्या है?
बीजेपी से क्रॉस वोटिंग करने वाले बोल्ड और पायलट समर्थक कायर कैसे?
सोलंकी ने कहा- प्रियंका गांधी और अहमद पटेल के सामने हम एग्री होकर उनकी बातों पर हम सहमत होकर आ गए थे। उसके बाद राज्यसभा के चुनाव में हमारे सभी साथियों ने कांग्रेस को वोट दिया। मुख्यमंत्री क्या कह रहे हैं? बीजेपी से क्रॉस वोट कर रही है, वह बोल्ड लेडी है। जो हम कांग्रेस के विधायक हैं, पायलट के समर्थक हैं। हमने कांग्रेस को वोट किया तो हम कायर हो गए? हम अपने साथी के साथ गए थे। हमें जिसने चुनाव जितवाया है। उसके साथ गए थे। अगर भविष्य में भी ऐसी चीज हुई तो हम उनके साथ खड़े रहेंगे। हम जिनके साथ खड़े थे उनके साथ खड़ा रहना तो कायर हरकत हो गई। जो बीजेपी को सपोर्ट करके देते हैं। वह बोल्ड हो गए यह कैसी राजनीति है।
अमित शाह की तरह सीएम भी गृह मंत्री हैं, पैसा लिया है तो जांच करवाएं
पायलट खेमे के विधायकों के पैसा लेने के आरोपों पर वेद सोलंकी ने कहा- मैंने मुख्यमंत्री से टाइम मांगा है। अगर वह हमसे बात करेंगे तो मुख्यमंत्री से हम 100 पर्सेंट पूछेंगे कि आप जो आरोप लगा रहे हो, उनमें सच्चाई है तो वह हमें बताएं। सरकार आपकी है। अमित शाह जिस तरह देश के गृहमंत्री हैं। आप भी राजस्थान के गृहमंत्री हैं। आपके पास भी सारा शासन-प्रशासन और पुलिस है। आपको जांच करवानी चाहिए थी। अभी सारी चीजें करनी चाहिए थी। मतलब सभी लोगों को एक लाठी से हाकना सही नहीं है। पायलट ने सही कहा था हेमाराम और ओला जैसे लोग हैं। एक साथ सब लोगों पर लांछन लगाना ठीक नहीं हैं।
पायलट ने नहीं बुलाया था, मैं अपनी इच्छा से मानेसर गया था
सोलंकी ने कहा- मुख्यमंत्री का आरोप शर्मनाक था। हम तो मुख्यमंत्री से मिल लिए। हमने कह दिया था कि ऐसी कोई बात नहीं थी। पायलट ने मुझे नहीं बुलाया था हम अपनी इच्छा से गए थे। अपनी इच्छा से जाने वाला व्यक्ति कोई मोलतोल नहीं करता। सब लोग पहुंच गए तो मैं भी वहां पहुंचा था। मुझे तो लगता नहीं कि किसी को कोई पैसे दिए हैं और ना ऐसी कोई बात हुई। उसके बाद भी बार-बार ऐसे आरोप लगाना गलत है।
उन्होंने कहा- आरोप हैं तो उसको साबित करना चाहिए इतने समय तक जनता के बीच कोई बात है तो उस को उजागर करना चाहिए। पैसा लिया होता तो घर परिवार वाले भी देखते। मुझे मेरी जनता के भरोसे पर खरा उतरना था इसलिए मैं पायलट के साथ गया। जब पायलट की जरूरत पड़ेगी तो मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा।
सब विधायकों के भ्रष्टाचार की जांच हो
सोलंकी ने कहा- मैं तो यह कहना चाहता हूं कि जितने भी विधायक हैं सबके भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। कौन एमएलए जनता के हित में काम कर रहा है। कौन भ्रष्टाचार कर रहा है। यह जांच का विषय है। जांच होनी चाहिए।
पायलट की यात्रा में शामिल होने का निर्देश नहीं मिला
पायलट की यात्रा में शामिल होने के सवाल पर सोलंकी ने कहा- अगर हमें निर्देश मिला तो हम पायलट की यात्रा में शामिल होंगे लेकिन अब तक हमें ऐसा कोई निर्देश नहीं मिला है। हमारी भावनाएं पूरी तरह से दलित उपेक्षित और बेरोजगारों के साथ है। जहां-जहां पायलट को संघर्ष की जरूरत पड़ेगी हम साथ खड़े मिलेंगे।