कोटा:-नगर निगम कोटा दक्षिण के पार्षदों के आरोपों, निंदा प्रस्ताव के बाद अतिरिक्त आयुक्त अंबालल मीणा को कार्यमुक्त किए जाने का प्रस्ताव डीएलबी को भेजा गया है।
इसमें अंबा लाल मीणा पर कार्रवाई करने और नगर निगम से हटाए जाने की अनुशंसा की गई है। कोटा दक्षिण महापौर राजीव अग्रवाल ने यह पत्र डीएलबी को भेजा है। 4 फरवरी को कोटा नगर निगम दक्षिण की बोर्ड बजट बैठक का आयोजन किया गया। इसमें पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षदों ने एक ही सुर में नगर निगम के अधिकारियों पर उनके काम नहीं करने और बोर्ड बैठक में हुए निर्णय की पालना नहीं करने के आरोप लगाए थे।
पूरी बोर्ड बैठक में अधिकारी ही निशाने पर रहे थे और मुख्य तौर पर अतिरिक्त आयुक्त और कार्यवाहक आयुक्त अंबालाल मीणा पार्षदों के निशाने पर रहे थे। पार्षदों का आरोप था कि अतिरिक्त आयुक्त किसी भी पार्षद का सम्मान नहीं करते और उनके काम जबरदस्ती बिना किसी नियम के ही अटका दिए जाते हैं। जिसे लेकर पूरी बैठक में हंगामा होता रहा। जिसके बाद सभी पार्षद अतिरिक्त आयुक्त के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाए थे। महापौर राजीव अग्रवाल ने इस संबंध में पत्र डीएलबी को लिखा है। जिसमें लिखा है कि बैठक में सदस्यों द्वारा निगम में कार्यरत अतिरिक्त आयुक्त (वर्तमान कार्यवाहक आयुक्त) अम्बा लाल मीणा के विरूद्ध पार्षदों का सम्मान नहीं करने, बैठकों में लिये गये निर्णयों की पालना नहीं करने, गौशाला में गायों की मृत्यु एवं पत्रावलियों के निस्तारण में लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए गये एवं बोर्ड की गत बैठक में लिये गये निर्णयों की पालना नहीं किये जाने के आरोप भी लगाए।
महापौर राजीव अग्रवाल के अनुसार नियम के अनुसार बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय की पालना करना निगम प्रशासन के लिए आवश्यक है। जब तक कि उस निर्णय पर राज्य सरकार द्वारा कोई रोक नहीं लगाई गई हो या फिर वह काम नियम संगत नहीं हो। लेकिन अधिकारी किसी तरह की कोई काम ही नहीं कर रहे। पिछली बोर्ड बैठकों में भी लिए गए निर्णय की पालना नहीं की गई। ऐसे में पत्र लिखकर अंबा लाल मीणा के खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और नगर निगम कोटा दक्षिण से कार्यमुक्त करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।