सादुलपुर(चूरू):-जयपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद प्रदेशभर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है। चूरू में गोगामेड़ी समर्थकों ने बस पर पथराव किया और रास्ता भी जाम किया। पथराव के बाद सवारियों में अफरा-तफरी मच गई। जयपुर में भी मेट्रो मास हॉस्पिटल के बाहर रास्ता रोका गया। वहीं राजसमंद के कुंभलगढ़ में बाजार बंद करवाया गया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाने का प्रयास किया।
चूरू के सादुलपुर में लोग सड़क पर आ गए। गांव चैनपुरा बड़ा में सादुलपुर से सिधमुख मुख्य सड़क मार्ग को जाम कर दिया। इसके साथ ही कुछ लोगों ने हनुमानगढ़ डिपो की सादुलपुर आ रही रोडवेज बस पर पथराव भी किया। जब पथराव हुआ तब बस में 25-30 सवारियां थीं, जो अपना सामान बस में ही छोड़ कर भाग गई। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत करवाने की कोशिश की, लेकिन अभी तक रास्ता खुल नहीं पाया है।
वहीं दूधवाखारा थाना क्षेत्र के गांव हड़ियाल और चलकोई में भी रास्ता जाम किया गया था। दूधवाखारा थानाधिकारी अल्का बिश्नोई ने बताया कि एनएच 52 पर शाम करीब 6 बजे आधा घंटे तक जाम लगाया गया। समझाइश कर रास्ता खुलवाया। इसके बाद देर शाम गांव चलकोई में भी रास्ता जाम किया गया था, यहां भी समझाइश कर रास्ता खुलवाया गया।
जयपुर में सड़क पर बैठे गोगामेड़ी समर्थक
गोगामेड़ी की हत्या के बड़ी संख्या में समर्थक जयपुर के मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल के बाहर पहुंचे। वहां रास्ता जाम किया और टायर जलाए । पुलिस की ओर से समझाइश का भी प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं बनी। देर शम तक समर्थक हॉस्पिटल के बाहर जुटे रहे और विरोध में नारेबाजी करते रहे।
राजसमंद के कुंभलगढ़ में भी व्यापार मंडल ने दुकानें बंद कर विरोध जताया है। साथ ही अपराधियों को पकड़ने की मांग की है। भाजपा के युवा मोर्चा अध्यक्ष अल्पेश असावा ने बताया कि विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने धन्यवाद यात्रा के तहत विधानसभा क्षेत्र में चल रहे दौरे रद्द किए हैं।
सुखदेव सिंह का कुंभलगढ़ से पुराना नाता भी रहा है, वह हर साल महाराणा प्रताप जयंती पर यहां होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आते थे।
अलवर शहर के नंगली सर्किल पर भी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा- मर्डर करने वालों का एनकाउंटर नहीं किया तो पूरे राजस्थान में विरोध बढ़ेगा। वे बोले- यदि 48 घंटे में एक्शन नहीं होता है तो पूरे राजस्थान में जाम लगा दिया जाएगा।