जयपुर:-कांग्रेस विधायक रघु शर्मा ने नए जिले बनाने का मुद्दा उठाते हुए ‘केकड़ी’ को जिला बनाने की मांग उठाई है। राजस्थान में कांग्रेस की खींचतान से जुड़े सवाल पर रघु शर्मा ने कहा- हाईकमान को देखना चाहिए। इन चीजों को एड्रेस करना चाहिए। अब छह-आठ महीने का वक्त बचा है। मुझे उम्मीद है कि अच्छी तरह समाधान निकलेगा। कांग्रेस एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेगी तो सरकार बनाएगी। बीजेपी में भारी कलह है। उसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा। बुधवार को रघु शर्मा जयपुर में सिविल लाइंस स्थित आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
भौगोलिक रूप से देश का सबसे बड़ा राज्य है राजस्थान
रघु शर्मा ने कहा- राजस्थान भौगोलिक रूप से देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां 33 जिले हैं, लेकिन हमसे छोटे राज्यों में इससे ज्यादा जिले हैं। राजस्थान की 8 करोड़ की आबादी है। एक जिले में 24 लाख की आबादी है। हमसे छोटे राज्य छत्तीसगढ में 33 जिले हैं। वहां 9 लाख की आबादी पर एक जिला है। गुजरात हमसे छोटा है। वहां भी 33 जिले हैं। हरियाणा में 13 लाख की आबादी पर एक जिला है। मध्य प्रदेश में 55 जिले हैं। वहां 15 लाख की आबादी पर एक जिला है। बीजेपी राज में पूरे राजस्थान में एक भी एडीएम का दफ्तर नहीं खुला था। हमारे कार्यकाल में 7 खुले हैं। बीजेपी ने एक भी उपखंड नहीं बनाया, जबकि 27 नए उपखंड खोले हैं। बीजेपी के पांच साल के कार्यकाल में 17 तहसील बनीं, जबकि कांग्रेस राज में 61।
बहुत पुरानी है मांग
रघु शर्मा ने कहा- गुड गवर्नेंस के लिए नए जिले बनाने चाहिए। मुख्यमंत्री 17 मार्च को जब विधानसभा में वित्त और विनियोग विधेयक पर जवाब दें तो नए जिलों की घोषणा करें। उसमें केकड़ी को भी जिला बनाएं। केकड़ी को जिला बनाने की मांग बहुत पुरानी है। बीजेपी राज में जीएस संधु कमेटी को भी हमने ज्ञापन दिया था। अब रामलुभाया कमेटी को भी मांग पत्र दिया है।
कांग्रेस सरकार रिपीट होने का दावा
रघु शर्मा ने कहा- गहलोत सरकार को लेकर जनता में बहुत अच्छा मैसेज है। आम आदमी सोचता है- सरकार रिपीट होनी चाहिए। आप सारी योजनाएं देख लीजिए। सरकार से जनता खुश है। एक करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा के दायरे में हैं। बजट में एक-एक आदमी को साधने का प्रयास किया है। ये सारी योजनाएं आम आदमी तक पहुंच जाएं तो सरकार रिपीट करने से कोई नहीं रोक सकता।
बीजेपी आपसी झगड़ों में नेता प्रतिपक्ष तक नहीं बना पा रही
रघु शर्मा ने कहा- राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस के झगड़ों की बात करने वाले बीजेपी के झगड़ों को भी देखिए। बीजेपी आज खंड-खंड हो गई है। बीजेपी के दो नेता एक साथ बैठने को तैयार नहीं हैं। बीजेपी को उसकी कलह ही ले डूबेगी। आज हालत यह है कि बीजेपी नेता प्रतिपक्ष तक नहीं बना पा रही है।
गुलाबचंद कटारिया 16 फरवरी को इस्तीफा दे चुके, लेकिन इतने दिन में नेता प्रतिपक्ष नहीं बना पाए। इसका कारण आपसी झगड़ा ही तो है। लगता है कि बीजेपी वाले नेता प्रतिपक्ष बनाएंगे भी नहीं। ये उपनेता प्रतिपक्ष के कंधे पर बंदूक रखकर ही टाइम निकाल देंगे। नेता प्रतिपक्ष बना दिया तो वह सीएम चेहरा हो जाएगा। आज इतनी बड़ी पार्टी नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पा रही। इसी से समझा जा सकता है कि बीजेपी में झगड़े का लेवल क्या है?
वसुंधरा राजे का प्रोग्राम फेल करने जयपुर में प्रदर्शन रखा
रघु शर्मा ने कहा- वसुंधरा राजे और बीजेपी नेता एक-दूसरे के प्रोग्राम फेल करने में लगे रहे। बीजेपी ने जानबूझकर चार तारीख को जयपुर में प्रदर्शन रखा ताकि वसुंधरा राजे के जन्मदिन का प्रोग्राम फेल हो जाए। नाम युवा मोर्चे का था ओर उसमें नेता बुजर्ग थे। बीजेपी के आपसी झगड़ों का स्तर यह हो गया कि आप तीन बीजेपी नेताओं को एक मंच पर बैठाकर बता दीजिए।
ज्यादा राजभवन जाने से वहीं बैठा देते हैं
शर्मा ने कहा- बीजेपी नेताओं के वीरांगनाओं के समर्थन में राज्यपाल को ज्ञापन देने पर रघु शर्मा ने तंज कसते हुए कहा- डॉ. किरोड़ी का एजेंडा अलग चलता है। उनका एजेंडा बीजेपी से अलग है। ज्यादा राजभवन जाने से राजभवन में ही बैठा देते हैं। मैं चाहता था कि राजेंद्र राठोड़ नेता प्रतिपक्ष बनें। वे स्वाभाविक नेता हैं, लेकिन उन्हें नहीं बनाएंगे। अब नहीं बनाएंगे तो राठौड़ के पास भी राजभवन के अलावा कोई चारा नहीं है।