NAthdwara : राजस्थान में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ बिलीफ’ आम लोगों के लिए समर्पित कर दी गई। शनिवार शाम 4 बजे नामी कथावाचक मुरारी बापू के हाथों इसका लोकार्पण किया गया। इस मौके पर बापू के अलावा, सीएम गहलोत, योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद रहे। बाबा रामदेव ने कपालभाती करके दिखाया।
अपने संबोधन में गहलोत ने कहा, ‘शिलान्यास भी हम लोगों ने मिलकर किया था। 9 दिन राम कथा चलेगी। हम चाहते हैं कि राज्य में शांति बनी रहे। राजस्थान में धार्मिक टूरिज्म पर खास ध्यान रखा जा रहा है। 10 साल में शानदार मूर्ति बनकर तैयार हो गई है।’
वहीं, गुजरात चुनाव पर उन्होंने कहा, ‘देश के अंदर गांधी का अलग संदेश है। प्रधानमंत्री कहीं जाते हैं तो लोग कहते हैं कि गांधी के देश से आए हैं। गांधी को हटाकर गुजरात में राजनीति करो। ऐसे में गुजरात बर्दाश्त नहीं करेगा। बीजेपी ने पहले गांधी को नहीं अपनाया था। अब अपनाया। केजरीवाल को भी यह बात बाद में समझ आएगी। मोदी जी हर हफ्ते गुजरात जा रहे हैं। क्योंकि हालत खराब हैं। सारे मंत्री नाकारा और निकम्मे हैं। राजस्थान में जो फैसले किए, गुजरात को 11 वचन दिए हैं, वो हम निभाएंगे।’
इस मौके पर CM ने राहुल गांधी को शिव भक्त बताया। कहा- शिव भक्त कौन हो सकता है, शिव की आराधना करने वाला क्या व्यक्तित्व रखता है। आप जान सकते हो। उनका क्या संदेश है, वह आप भी जानते हो।
सीएम ने मुरारी बापू से रिक्वेस्ट की
सीएम ने मुरारी बापू से कहा- आज तो आपकी कथा सुनेंगे। हम तो राजनीति में काम करने वाले लोग हैं। मैं आपसे काफी प्रभावित हूं। मैं पहले भी नाथद्वारा आया था। मैं आपसे एक रिक्वेस्ट करना चाहता हूं। मदन पालीवाल ने सेवा के रूप में अपनी पहचान बनाई है, लेकिन ये जो गुटखे का बिजनेस करते हैं। उसे छुड़वा दीजिए। ये आपकी आज्ञा से ही छोड़ेंगे। हमारे कहने से नहीं। मैं कई बार कह चूका हूं। ये तंबाकू का धंधा छोड़ दो। ये मानते ही नहीं है। इनकी गलती नहीं है। आपके आदेश को मानेंगे। आपके चरणों में बैठकर रिक्वेस्ट कर रहा हूं कि आज नहीं तो कल ये मेरी बात पर अमल करेंगे।
बाबा रामदेव बोले- गहलोत साहब ने धर्म संकट खड़ा कर दिया है। मदन जी यदि दूसरा बिजनेस करना है। मैं स्पोर्ट कर लूंगा। मैंने कभी मदन पालीवाल को बोलता हुआ नहीं देखा। 30 साल पहले स्वामी रामदेव को दुनिया में कोई नहीं जानता था, दूर से बैठकर मुरारी बापू को देखा था। बापू की निगाह पड़ी या नहीं पड़ी हमें नहीं पता, लेकिन हमने बापू की ओर निगाह करके देखी। ये साधु विश्व का योग गुरु बन गया।