पटना/बेगूसराय:
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पटना में आयोजित ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में संविधान और उसकी मूल विचारधारा को लेकर जोरदार बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो संविधान को अपनाता है, वह सच्चाई की विचारधारा को अपनाता है। इसी संदर्भ में उन्होंने हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर भी निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा, “जब आप संविधान को पकड़ते हैं, तो आप सच्चाई को पकड़ते हैं। क्या सावरकर जी की विचारधारा इसमें शामिल है? नहीं है, क्योंकि वो सच्चाई का सामना नहीं कर सके।” उन्होंने कहा कि उन्हें यह बात कहने में कोई संकोच नहीं, चाहे किसी को बुरा लगे या न लगे।
‘नेहरू और गांधी सच्चाई से प्यार करते थे’
राहुल गांधी ने बताया कि कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के पॉडकास्ट में हिस्सा लेने के दौरान उन्होंने नेहरू और गांधी के योगदान को लेकर विचार किया। उन्होंने कहा, “कमरे में नेहरू जी की फोटो और गांधी जी की पेंटिंग लगी थी। मैं सोचने लगा कि मेरे परदादा नेहरू वास्तव में क्या थे। और मुझे समझ आया कि नेहरू और गांधी दोनों सच्चाई से मोहब्बत करते थे।”
सम्मेलन के दौरान राहुल गांधी का जोरदार स्वागत किया गया और ‘देखो-देखो कौन आया, शेर आया’ के नारे लगे। उन्हें गदा और गौतम बुद्ध की तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया गया।
संविधान सम्मेलन का उद्देश्य
यह कार्यक्रम पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल (SKM) में ‘नमक सत्याग्रह आंदोलन’ की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया। सम्मेलन में अति पिछड़ा वर्ग, दलित समाज और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले शहीदों जैसे बुद्धु नोनिया और प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी के योगदान पर चर्चा हुई। सामाजिक परिवर्तन में बाबू जगजीवन राम की भूमिका पर भी विचार हुआ।
इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य दलित और अति पिछड़े वर्गों को राजनीतिक रूप से साधना और संविधान की मूल भावना को उजागर करना बताया गया।
बेगूसराय में राहुल गांधी की पदयात्रा
पटना पहुंचने से पहले राहुल गांधी बेगूसराय में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको और नौकरी दो’ यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने लगभग एक किलोमीटर लंबी पदयात्रा की, जो महज 24 मिनट में समाप्त हो गई। वहां एक नुक्कड़ सभा का आयोजन भी होना था, जिसे अंतिम क्षणों में रद्द कर दिया गया। रद्द करने के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हुआ है।
राहुल गांधी का कार्यक्रम सुबह 11 बजे से 11:45 तक तय था, लेकिन वे निर्धारित समय से चार मिनट पहले ही पटना रवाना हो गए। इस दौरान करीब 10 हजार लोग पदयात्रा में मौजूद रहे।
भीड़ के कारण नहीं मिल सके डेलीगेट्स से
राहुल गांधी को बेगूसराय में 6-7 प्रतिनिधियों से मिलना था, लेकिन भारी भीड़ के कारण यह मुलाकात नहीं हो सकी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी उनके साथ हेलिकॉप्टर से पटना रवाना हुए। वहीं, कन्हैया कुमार बेगूसराय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्यस्त होने के चलते पटना के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।
चार महीने में तीसरी बार बिहार दौरे पर
राहुल गांधी का यह चार महीनों में तीसरा बिहार दौरा है। सोमवार सुबह 10 बजे वे पटना पहुंचे और एयरपोर्ट पर कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद वे संविधान सम्मेलन और पार्टी की आंतरिक बैठकों में शामिल हुए।
राहुल गांधी के इस दौरे को आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सामाजिक और राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।