उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी गई, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हो गए और नारेबाजी करने लगे।
राहुल गांधी ने जताई नाराजगी
राहुल गांधी ने अफसरों से बातचीत करते हुए कहा कि वह पुलिस की गाड़ी में अकेले जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद राहुल गांधी संविधान की एक प्रति लेकर अपनी गाड़ी के ऊपर चढ़ गए और मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, “संविधान हमें लोगों से मिलने का अधिकार देता है, लेकिन हमें रोका जा रहा है।” आखिरकार, दो घंटे तक गाजीपुर बॉर्डर पर रुकने के बाद राहुल और प्रियंका दिल्ली लौट गए। उन्होंने ऐलान किया कि वे 6 दिसंबर को फिर से संभल जाएंगे।
संभल हिंसा का क्या है मामला?
संभल में 24 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था। इसी दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें गोली लगने से चार युवकों की मौत हो गई थी।
पुलिस ने सभी दलों को रोका
इससे पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी और रविवार को कांग्रेस के डेलिगेशन ने संभल जाने का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर किसी को भी संभल पहुंचने से रोक दिया।
संभल हिंसा के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है, और इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है।