Mumbai : बिजनेसमैन राज कुंद्रा ने पोर्नोग्राफी मामले में CBI को लेटर लिखा है। लेटर में उन्होंने दावा किया कि वो बेकसूर हैं और उन्हें जबरन इस मामले में फंसाया गया है। इसमें एक बड़े बिजनेसमैन और मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों का हाथ है। ये मामला निजी दुश्मनी का भी है, जिसके चलते उन्हें फंसाया जा रहा है। हालांकि राज कुंद्रा ने अपने लेटर में उस बिजनेसमैन के नाम का खुलासा नहीं किया है। राज ने CBI से इस मामले की जांच की मांग की है।
मिड-डे की रिपोर्ट्स के अनुसार राज ने अपने लेटर में कई पुलिस अधिकारियों के नाम भी लिखे हैं। राज ने लिखा है कि 4000 पन्नों की उस चार्जशीट में कहीं भी उनका नाम नहीं था। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें पूरी तरह से बदनाम करने की कोशिश की। हर गवाह पर उनके खिलाफ स्टेटमेंट देने के लिए दबाव डाला गाया।
राज ने अपनी शिकायत में CBI से कहा है कि वो उन सभी गवाहों की जानकारी देंगे, जो इस बात की गवाही देंगे। जिन लोगों ने उन्हें इस मामले में फंसाया है, उनके पुलिस से अच्छे रिश्ते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस अधिकारियों ने अपना काला पैसा उस व्यापारी के साथ इन्वेस्ट भी किया है।
पुलिस ने बाकी 17 ऐप्स को नहीं किया हाईलाइट
राज ने अपने लेटर में पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा- मेरी कंपनी ने केवल सॉफ्टवेयर दिया था, जिस पर OTT ऐप चलता था। मुंबई पुलिस ने FIR में शामिल 17 ऐप्स को हाईलाइट नहीं किया और इस मामले में केवल मुझे ही बदनाम किया।
राज ने लेटर में लिखा- मैं एक साल तक चुप था और मीडिया ट्रायल्स की वजह से बुरी तरह से टूट गया। मैंने आर्थर रोड जेल में 63 दिन बिताए हैं, मैं कोर्ट से न्याय चाहता हूं, इस पर मुझे भरोसा है। मैं इन सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच की रिक्वेस्ट करता हूं।
हाल ही में राज ने कोर्ट में पोर्नोग्राफी मामले में डिस्चार्ज एप्लिकेशन दायर की थी, जिस पर मुंबई क्राइम ब्रांच ने जवाब फाइल करते हुए कुंद्रा की अर्जी का विरोध किया और कहा कि हमारे पास राज के खिलाफ कई सबूत हैं। मामले की अगली सुनवाई 4 नवंबर को होगी।