राजस्थान की सबसे बड़ी ओरिएंटेशन सेरेमनी जेयू ओरिएंट-2024 का हुआ आयोजन:ये शिक्षक वो मूर्तिकार है जिनकी बनाई मूर्ति की सब पूजा करेंगे-कैलाश सत्यार्थी

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नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी और एक्सेंचर इंडिया की सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर ह्यूमन रिसोर्सेज,लक्ष्मी सी रहीं मुख्य अतिथि:8000 से ज़्यादा विद्यार्थियों ने ओरिएंटेशन सेरेमनी में लिया हिस्सा-यूनिवर्सिटी कैंपस में खचाख्रच भरे समारोह स्थल में हुआ ओरिएंटेशन 2024 

    जयपुर:-नए चेहरे,नए सपने और नई उम्मीदों से सजी जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, मौका था जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी  के 13वें शैक्षणिक ओरिएंटेशन समारोह, जेयू  ओरिएंट  2024 का जहां विद्यार्थियों ने अपने  सुनहरे सफ़र की शुरुआत की। पिछले तीन वर्षों में, जेयू  ओरिएंट  राजस्थान के सबसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक समारोहों में से एक बन गया है। इस साल का समारोह और भी भव्य रहा  क्योंकि  28 भारतीय राज्यों से 8,000 से ज़्यादा स्टूडेंट्स और उनके माता-पिता ने  कार्यक्रम में शिरकत की और इस बार  छात्राओं की संख्या 32 प्रतिशत रहीं | साथ ही जेईसीआरसी  अपने 25 साल पूरे करने जा  रहा है, जो की एक गर्व की बात हैं, पिछले 25 वर्षों में, हम छात्रों को बेहतरीन अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते आए हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम आगे भी छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा और अवसर प्रदान करते रहें, ताकि वे अपने जीवन में सफल हो सके और समाज के निर्माण में योगदान दें।

    कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों और चेयरमैन, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, ओ पी अग्रवाल और प्रेसिडेंट,जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी विक्टर गंभीर द्वारा दीप प्रज्वलित करके हुई।

    इस साल के समारोह में मुख्य अतिथि  नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी  और सम्मानित अतिथि के रूप में एक्सेंचर इंडिया की सीनियर मैनेजिंग डायरेक्टर ह्यूमन रिसोर्सेज, लक्ष्मी सी ने नए छात्रों का मार्गदर्शन किया | 

    लक्ष्मी सी ने अपने संबोधन में  कहां की अपनी मेहनत और समर्पण से विद्यार्थी  भविष्य में महान ऊंचाइयों को छू सकते हैं। उन्होंने कहां की आज की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत है। हमें किताबों से आगे बढ़कर शिक्षा की नई विधियों को अपनाना चाहिए। सीखने की प्रक्रिया सभी के लिए खुली हो गई है, और हर विद्यार्थी को कक्षा में ध्यान देना चाहिए। हमारे शिक्षक आपकी जिज्ञासा को जगाने के लिए हैं। इसलिए, अधिक से अधिक सवाल पूछें। सवाल पूछने से आपका ज्ञान बढ़ेगा और आपको चीजों को गहराई से समझने में मदद मिलेगी साथ ही नई सोच और विचारधाराओं के साथ प्रयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आपको अपनी क्षमता का पता चलता है और आप नए दृष्टिकोण से चीजों को देख पाते हैं असफलता को सोना समझें। हर असफलता से सीखने को मिलता है और यह आगे बढ़ने का एक अवसर है। असफलता हमें सिखाती है कि क्या काम नहीं कर रहा और हमें नई रणनीतियों को अपनाने के लिए प्रेरित करती है।

    एक नई सोच और दृष्टिकोण के साथ इस शैक्षणिक यात्रा को शुरू करें और मिलकर एक बेहतर भविष्य का निर्माण करें – कैलाश सत्यार्थी

    मुख्य अतिथि  नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और कहाँ मैं आज सभी विद्यार्थियों का स्वागत करता हूँ  और आपसे आग्रह करता हूँ कि अपने पूर्वाग्रह और संकोच को बाहर छोड़ें। यहाँ आप एक खुली सोच और नई शुरुआत के साथ इस सफर को आरंभ करें | उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहां की खुली सोच रखना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर विचा बाहरी दुनिया को समझना और अपनी सीमाओं से बाहर आना आवश्यक है। हम आपको एक नई दुनिया को आकार देने के लिए प्रेरित करते हैं। अपने सपनों को साकार करने के लिए एक नई दुनिया की कल्पना करें और उसे साकार करने की दिशा में काम करें आपको प्रभावित कर दे। संतुलन बनाए रखें और सोच-समझकर आगे बढ़ें साथ ही उन्होंने कहाँ की विद्यार्थी सवाल करें सवाल उठाने से ही समाज आगे बढ़ता है। वही व्यक्ति सभ्यता को आगे ले जा सकता है जो सवाल उठाने की हिम्मत रखता है। इसलिए, अपने सवालों को खुलकर व्यक्त करें और उनके जवाब खोजें साथ ही समस्याओं का समाधान ढूंढना एक महत्वपूर्ण कौशल है। हम चाहते हैं कि आप समस्याओं को पहचानें, उनका विश्लेषण करें और उनके समाधान की दिशा में कार्य करें।

    प्रेसिडेंट,जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी प्रो. विक्टर गंभीर ने सभी विद्यार्थियों का स्वागत किया और बताया की इस बार एडमिशन लेने वाले छात्र छात्राओं  में से 52 प्रतिशत का चयन  स्कॉलरशिप के तहत हुआ। उल्लेखनीय है कि यह स्कॉलरशिप कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत या उससे अधिक मार्क्स लाने वाले स्टूडेंट्स को ही मिलती है।इस बार के एकेडमिक सेशन में न सिर्फ प्रतिभावान स्टूडेंट्स का बैच तैयार हुआ हैं  बल्कि देश के लगभग 28 राज्यों से स्टूडेंट्स यहां पढ़ने के लिए पहुंचेंगे।
    साथ ही इस वर्ष जेईसीआरसी के  कैंपस हॉस्टल में भी 1600 छात्रों को प्रवेश दिया गया हैं | जेईसीआरसी का उद्देश्य छात्रों  को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और शिक्षण-सहायक वातावरण प्रदान करना है। कैंपस हॉस्टल में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होंगी।

    चेयरपर्सन, ओ पी अग्रवाल, ने बताया की जेईसीआरसी की शुरुआत 163 स्टूडेंट्स से हुई और अब 21000 स्टूडेंट्स की फैमिली  हो चुकी  हैं वहीं जेईसीआरसी के प्रथम वर्ष में 74 स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट हुआ था और इस वर्ष हम अब तक 2372 विद्यार्थियों का 178 कम्पनीज में प्लेसमेंट कर चुके हैं ये अपने आप में गर्व की बात हैं और ये सब सिर्फ स्टूडेंट्स और उनके माता पिता का हायर एजुकेशन के लिए जेईसीआरसी पर विश्वास हैं जिसकी वजह से आधुनिक भारत के निर्माण में यह योगदान हो पा रहा है ।

    ओरिएंटेशन सेरेमनी में वाइस चेयरपर्सन, अमित अग्रवाल और अर्पित अग्रवाल, डायरेक्टर स्टूडेंट अफेयर्स ,जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, धीमांत अग्रवाल सहित जेईसीआरसी परिवार के 1400 सदस्य भी मौजूद रहें |