भूँगरा/जोधपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे भूँगरा गाँव में घटना स्थल पर पहुँची।जहाँ अध जली सुहाग की चूड़ियाँ,बिखरा हुआ सिंदूर,जला हुआ लहंगा देखकर बेहद भावुक हो गई।सुहाग का यह सामान वर पक्ष को वधू के लिए ले जाना था।पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने जब उन्हें खून से सनी दीवारें बताई तो पूर्व सीएम की आँखें भर आई,कहने लगी ऐसे भयानक मंजर के बारे में सुनने मात्र से ही रूह कांप जाती हैं।हे ईश्वर कभी ऐसा ना हो।उन्होंने मीडिया से बात-चीत में साफ़ कहा ‘प्लीज़ ऐसे राजनीति नहीं।
इसके बाद राजे मृतकों के परिजनों से मिली।दिवंगतो के चित्र पर पुष्प चढ़ा कर श्रद्धांजली दी।वहाँ उन्होंने पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए कहा कि ये सब अपने ही थे,जिनके चले जाने का उन्हें बहुत दुःख है।यह एक ऐसा हादसा है,जो हमेशा हमारे मन में काँटे की तरह चुभता रहेगा।
जो चले गए वो वापस तो नहीं आ सकते,लेकिन उनके परिजनों को जो गहरे घाव मिले है,उन पर हम अपनी सदभावनाओं का मरहम तो लगा ही सकते हैं।उन्होंने कहा कि इस त्रासदी से आहत सभी परिवारों को वे गोद लेती हैं।जिससे कि मृतकों के परिजनों,घायलों के भोजन,आवास,बच्चों की शिक्षा और सामाजिक ज़िम्मेदारी को निभाने की व्यवस्था की जा सके।पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौर,भाजपा मंत्री केके विश्नोई,पूर्व मंत्री मेघराज लोहिया,अर्जुन सिंह उचियाड़ा व पूर्व ज़िलाअध्यक्ष भोपाल सिंह बड़ला पीड़ित परिवारों की आवश्यकताओं का आँकलन करेगें।उसके आधार पर परिवारों की मदद की जाएगी। राजे के साथ जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौर,विधायक हमीर सिंह भायल मौजूद थे।
इसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल पहुँच कर घायलों की कुशलक्षेम पूछी।इससे पूर्व बीएसएफ मुख्यालय पहुंचकर उन्होंने लोंगेवाला युद्ध के नायक श्री भैरोसिंह जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।