अयोध्या में रामलला की हुई प्राण-प्रतिष्ठा

Front-Page National

अयोध्या:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ में चांदी का छत्र लेकर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंच गए हैं। वे साढ़े 10 बजे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वे हेलिकॉप्टर के जरिए मंदिर के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने अयोध्या धाम का वीडियो बनाया। PM 12:05 बजे से 12:55 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के विधि-विधान को पूरा करेंगे।

इसके बाद 1 बजे वे सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान वे राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों से मिलेंगे। दोपहर करीब 2:15 बजे वे श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। करीब 4 घंटे 35 मिनट के कार्यक्रम के बाद दोपहर 3 बजे वे दिल्ली लौट जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गो-पूजन किया। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।

11 जनवरी को PM का ऑडियो मैसेज, बोले- यम-नियम का पालन करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी को 10 मिनट 50 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि, वह यम नियम का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभावों से गुजर रहा हूं।

मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव यात्रा, मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है। चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता और तीव्रता शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भी भली-भांति मेरी स्थिति समझ सकते हैं।

11 जनवरी को PM का ऑडियो मैसेज, बोले- यम-नियम का पालन करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी को 10 मिनट 50 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि, वह यम नियम का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभावों से गुजर रहा हूं।

मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव यात्रा, मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है। चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता और तीव्रता शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भी भली-भांति मेरी स्थिति समझ सकते हैं।

11 जनवरी को PM का ऑडियो मैसेज, बोले- यम-नियम का पालन करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी को 10 मिनट 50 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि, वह यम नियम का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभावों से गुजर रहा हूं।

मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव यात्रा, मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है। चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता और तीव्रता शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भी भली-भांति मेरी स्थिति समझ सकते हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री को चिट्‌ठी लिखी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 21 जनवरी को प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को 22 जनवरी की अयोध्या यात्रा के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा- आपके द्वारा किया गया 11 दिवसीय कठिन अनुष्ठान, पवित्र धार्मिक पद्धतियों का अनुसरण मात्र नहीं है बल्कि त्याग की भावना से प्रेरित सर्वोच्च आध्यात्मिक कृत्य है और प्रभु श्री राम के प्रति सम्पूर्ण समर्पण का आदर्श है।

मुर्मू ने कहा- अयोध्या धाम में नए मंदिर में प्रभु श्री राम की जन्म-स्थली पर स्थापित मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आप विधिवत तपश्चर्या कर रहे हैं। इस अवसर पर, मेरा ध्यान इस महत्वपूर्ण तथ्य पर है कि उस पावन परिसर में, आपके द्वारा सम्पन्न की जाने वाली अर्चना से हमारी अद्वितीय सभ्यतागत यात्रा का एक ऐतिहासिक चरण पूरा होगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री को चिट्‌ठी लिखी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 21 जनवरी को प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री को 22 जनवरी की अयोध्या यात्रा के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा- आपके द्वारा किया गया 11 दिवसीय कठिन अनुष्ठान, पवित्र धार्मिक पद्धतियों का अनुसरण मात्र नहीं है बल्कि त्याग की भावना से प्रेरित सर्वोच्च आध्यात्मिक कृत्य है और प्रभु श्री राम के प्रति सम्पूर्ण समर्पण का आदर्श है।

मुर्मू ने कहा- अयोध्या धाम में नए मंदिर में प्रभु श्री राम की जन्म-स्थली पर स्थापित मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आप विधिवत तपश्चर्या कर रहे हैं। इस अवसर पर, मेरा ध्यान इस महत्वपूर्ण तथ्य पर है कि उस पावन परिसर में, आपके द्वारा सम्पन्न की जाने वाली अर्चना से हमारी अद्वितीय सभ्यतागत यात्रा का एक ऐतिहासिक चरण पूरा होगा।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया
प्रधानमंत्री ने भी राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए लिखा- अयोध्या धाम में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर शुभकामनाओं के लिए आपका बहुत-बहुत आभार। मुझे विश्वास है कि यह ऐतिहासिक क्षण भारतीय विरासत एवं संस्कृति को और समृद्ध करने के साथ ही हमारी विकास यात्रा को नए उत्कर्ष पर ले जाएगा।