जयपुर, 20 जून। राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने कहा कि राजस्व विभाग सरकार का एक महत्वपूर्ण विभाग है जो आमजन से सीधा जुडाव रखता है। प्रदेशवासियों को त्वरित व पारदर्शी राजस्व सेवाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा नवीन तकनीकों की सहायता से निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इन तकनीकों के बेहतर व त्रुटी रहित उपयोग के लिए विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और आमजन की अपेक्षाओं पर खरा उतर उन्हें राहत प्रदान करें।
मीणा गुरुवार को शासन सचिवालय में आयोजित राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि सीमाज्ञान और सीमानिर्धारण के कार्य सटीक रूप से करें जिससे किसी प्रकार की विवाद की स्थिति उत्पन्न ना हो। राजस्व मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय डीपीसी, संपर्क पोर्टल पर लंबित परिवादों, राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों, भूमि आवंटन व संपरिवर्तन, राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने आदि कार्यों को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम, ई-आरसीएमएस पोर्टल, आधार को लैंड रिकॉर्ड से जोड़ना, लैंड रिकॉर्ड के कंप्यूटराइजेशन, ई-गिरदावरी एप सहित विभाग द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान राजस्व एवं उपनिवेशन विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार तथा राजस्व मंडल, उपनिवेशन, भू-प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।