जयपुर:-कांग्रेस सरकार की तानाशाह रवैया के कारण वार्ड 63 में कैलाशपुरी कॉलोनी में जहां जनता नहीं रह रही वहां पर कुछ रसूखदार लोगों के फायदे के लिए लाखों रुपए खर्च कर खाली प्लॉटों के बाहर सड़क बनाई जा रही है।पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही है जबकि क्षेत्र जयपुर विकास प्राधिकरण के अधीन आता है। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया किस कोटे से यह सड़क बना रहे हैं यह तो वही बता सकते हैं। लेकिन आम लोगों के मकानों की तरफ मात्र 300 मीटर की सड़क नहीं बनाई जा रही है। इसको लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं। अधिकारी बस यही कह रहे हैं कि मंत्री जी के कोटे से बन रही है ऐसे में 300 मीटर की सड़क हम नहीं बना सकते। स्थानीय विधायक और कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने अपने कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए यह अवैधानिक रूप से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जहां पर लोग निवास नहीं करते खाली प्लॉटों के बाहर सड़क बनाई जा रही है। जबकि जहां लोग रहते हैं वहां सड़क बनाए जाने में लेकर आनाकानी की जा रही है। इस मामले को लेकर ग्रेटर नगर निगम वार्ड नंबर 63 के भाजपा पार्षद पीयूष किराडू ने जयपुर सांसद रामचरण बोहरा से मिलकर मामले की शिकायत करने और राज्यपाल कलराज मिश्र करने ज्ञापन देने का निर्णय किया है। इस मामले को लेकर एक संघर्ष समिति का भी गठन किया है। भाजपा पार्षद पीयूष किराडू के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया इस प्रदर्शन में यहां की चाय विकास समितियों के लोगों ने भाग लिया। इस रोड को घनी आबादी वाले क्षेत्र में 300 मीटर और बढ़ाए जाने की मांग की। मौजूदा स्थिति में नई रोड बनाना और हाईटेंशन लाइन के नीचे भी रोड बनाने का कार्य किया जा रहा है । पार्षद पीयूष किराडू के द्वारा बताया गया कि वार्ड में विकास के कार्य का हम स्वागत करते हैं। हाईटेंशन लाइन के नीचे रोड बनाना औरउसे अधूरी छोड़ देना यह कहां का न्याय है। उन्होंने बताया कि 300 मीटर मिलाने पर 4 जेडीए अप्रूव्ड कॉलोनी के हजारों लोगों को सीधा फायदा पहुंच सकता है। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। जबकि उस क्षेत्र में सभी के पास जयपुर विकास प्राधिकरण के पट्टे मौजूद है इसके बावजूद भी वहां रोड नहीं बनाए जाने का कारण समझ में नहीं आ रहा है । उन्होंने बताया कि इस रोड के बनवाने के लिए हमने प्रदर्शन के साथ-साथ संबंधित अधिशासी अभियंता से भी बात की लेकिन उनका यही कहना था कि यहां पर रोड नहीं बनाई जा सकती है। वार्ड पार्षद पीयूष किराडू ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते हुए निर्णय नहीं किया गया तो यहां के लोग अब इस सड़क पर डामरीकरण नहीं होने देंगे। इसके लिए चाहे कोई भी आंदोलन करना पड़े हम सब तैयार हैं। इस आंदोलन के लिए संघर्ष समिति का गठन भी किया गया है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष सीताराम केलावा पदाधिकारी नारायण सिंह राठौड़, अजीत सिंह, राजू सोनवाल, प्रकाश, योगेंद्र, कैलाश,छोटू लाल,बंसी खटीक, सुरेंद्र, पूर्वंशी,विजय मौजूद रहे।