जयपुर:-ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा की बैठक में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर पक्ष-विपक्ष पार्षदों ने जोरदार हंगामा किया। चौथी साधारण सभा की बैठक 1 घंटे देरी से 12:00 बजे शुरू हुई। इससे पहले पक्ष पक्ष के सदस्यों ने माइक खराब होने का मामला उठाया और हंगामा शुरू कर दिया। मेयर सौम्या गुर्जर ने अधिकारियों पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि समय रहते हुए भी ठीक नहीं कराए गए। उसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था की गई और इसके बाद ही बैठक शुरू हो सकी।
साधारण सभा की बैठक रात 8:00 बजे तक चली और सड़क निर्माण, वार्ड के विकास कार्य की धनराशि में वृद्धि के प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हो सकी ऐसे में 27 जून को साधारण सभा की बैठक फिर से करने की सौम्या गुर्जर ने घोषणा कर दी। उन्होंने साधारण सभा की बैठक में 15 प्रस्ताव पारित होने का दावा किया। वर्ष 2015-16 के भुगतान संबंधी दो प्रस्ताव खारिज कर दिए गए और विकास समिति 4 प्रस्तावों पर चर्चा नहीं की जा सकी।
शुरुआत में ई व्हीकल को प्रोत्साहित करने के लिए यह चार्जिंग पॉइंट लगाने के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा का समर्थन करने वाले दो निर्दलीय पार्षद विकास बारहट और स्वाति परनामी आपस में उलझ गए और विवाद इतना बढ़ गया कि निर्दलीय पार्षद स्वाति परनामी धरने पर बैठ गई । कांग्रेसी पार्षद विकास बारहट के खिलाफ महिला का अपमान करने के विरोध में नारे लगाने लगे। इससे माहौल खराब हो गया और कांग्रेस पार्षद दल के नेता राजीव चौधरी और विकास के बीच आपसी कहासुनी और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई । बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मेयर सौम्या गुर्जर ने साधारण सभा की बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद मेयर सौम्या गुर्जर और उप मेयर पुनीत कर्णावत और अन्य सदस्यों ने दोनों पार्षदों को समझाया उसके बाद मामला शांत हो सका।
ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में ऑडिटोरियम बनाए जाने के संबंध में प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा पार्षदों ने मोदी मोदी के और कांग्रेस पार्षदों ने गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए। बिल्डिंग कमेटी के चेयरमैन जितेंद्र श्रीमाली ने कहा कि राज्य सरकार नगर निगम को कोई आर्थिक सहायता नहीं देती है और निगम अपने संसाधन पर ही निर्भर है। कांग्रेस के पार्षदों ने कहा कि आखिर जब पैसा नहीं है तो सभागार बनाए जाने की चर्चा क्यों की जा रही है।
साधारण सभा की बैठक में वित्त समिति चेयरमैन और पूर्व मेयर शील धाबाई ने कहा कि जब पैसा नहीं है तो सभागार बनाए जाने की चर्चा क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के साथ मेयर सौम्या गुर्जर भेदभाव कर रही हैं। मेयर सौम्या गुर्जर ने कहा कि अगर सदन में पॉजिटिव चर्चा की जाएगी तो निश्चित तौर पर कुछ रिजल्ट निकलेगा।
वित्त समिति की चेयरमैन शील धाबाई ने वर्ष 2015-2016 के भुगतान संबंधी दो प्रस्ताव का विरोध किया उन्होंने कहा कि इसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है इसका समर्थन प्रतिपक्ष के नेता राजीव चौधरी और गैराज समिति के चेयरमैन विनोद चौधरी ने भी किया। इस विरोध के चलते दोनों प्रस्ताव खारिज कर दिए गए। इसका आयुक्त महेंद्र सोनी ने विरोध किया और कहा कि मैं इससे सहमत नहीं हूं और अब दोनों प्रस्ताव राज्य सरकार की स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे।
जबकि ग्रेटर नगर निगम ग्रेटर की साधारण सभा की बैठक में 15 प्रस्ताव पारित किए गए इसमें प्रमुख रूप से सामुदायिक केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं के अनुरूप विकसित करने,सामुदायिक केंद्रों में गर्मी के दिनों में विश्राम स्थल बनाने,नगर निगम के विकसित शवदाह गृह औरश्मशान घाट में निगम द्वारा नि:शुल्क गोकाष्ठ उपलब्ध कराने, नगर निगम ग्रेटर के सर्किल, डिवाइडर, तिराहा, चौराहा आदि का विकास एवं संधारण कार्य विकास समितियों, संस्थाओं, कंपनियों के माध्यम से करवाने, नगर निगम ग्रेटर जयपुर मुख्यालय कैंपस के गार्डन एरिया में बेसमेंट पार्किंग विकसित करने, ई-व्हीकल्स को प्रोत्साहित करने के लिए ई-चार्जिंग पॉइट लगाने के संबंध के संबंधऔर अत्याधुनिक सुविधा युक्त ऑडिटोरियम बनाए जाने का प्रस्ताव शामिल है।