शाहजहांपुर में पंजाब मेल एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के बाद भगदड़ मच गई। जनरल कोच में यात्री एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। 30 यात्री 50 किमी/घंटे की स्पीड से चल रही ट्रेन से कूद गए। घटना में 20 यात्री घायल हैं। 6 की हालत गंभीर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना रविवार सुबह 8.30 बजे बरेली और कटरा स्टेशन के बीच की है।
पंजाब मेल (ट्रेन नंबर-13006) अमृतसर से हावड़ा जा रही थी। बरेली में रुकने के बाद ट्रेन शाहजहांपुर के लिए रवाना हुई। करीब 60 किमी चलने के बाद ट्रेन बहगुल नदी के पुल के करीब पहुंची। तभी किसी यात्री का हाथ आग बुझाने वाले इक्विपमेंट पर लग गया। इक्विपमेंट गैलरी में गिर गया, जिससे उसकी नॉब निकल गई और आग बुझाने वाला केमिकल निकलने लगा। ये देखकर यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है। पलक झपकते ही कोच में भगदड़ मच गई। यात्री एक-दूसरे को रौंदते हुए दूसरे गेट की तरफ भागने लगे।
जिस वक्त कोच में यह सब हो रहा था, आधी ट्रेन बहगुल नदी के पुल पर पहुंच गई थी। गेट पर खड़े यात्री चलती ट्रेन से कूद गए और 30 फीट नीचे आकर गिरे।
कोच में भगदड़, अफरा-तफरी…
हादसे में घायल यात्रियों ने भास्कर को बताया कि अफवाह फैलते ही कोच में अफरातफरी मच गई। जो यात्री जिस कंडीशन में बैठा था, वह भागने लगा। कुछ ही सेकेंड में पूरे कोच में भगदड़ मच गई। यात्री एक-दूसरे को धक्का देकर आगे निकलने लगे। कई यात्री नीचे गिर पड़े, भीड़ उन्हें कुचलते हुए निकल गई। जब लगा कि दूसरी बोगी में नहीं भाग पाएंगे तो कई यात्री ट्रेन से कूद गए।
चालक और गार्ड ने कोच की जांच की
कोच में भगदड़ मचने के बाद किसी यात्री ने चेन पूलिंग कर दी। ट्रेन रुकते ही चालक और गार्ड ने कोच की जांच की। सब कुछ ठीक निकला। करीब 45 मिनट तक ट्रेन कटरा स्टेशन के पास बहगुल नदी के पुल पर खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन को शाहजहांपुर के लिए रवाना किया गया। घायलों को भी इसी ट्रेन से शाहजहांपुर लाया गया। ट्रेन सुबह 10.10 बजे शाहजहांपुर स्टेशन पहुंची। ट्रेन के पहुंचते ही रेलवे अफसरों ने 6 घायलों को अस्पताल भेजा। बाकी का प्राथमिक उपचार किया गया।
स्टेशन अधीक्षक बोले- यंत्र आग बुझाने वाला केमिकल निकला, लोग समझे कि आग लगी
शाहजहांपुर स्टेशन अधीक्षक पीएस तोमर ने बताया- बरेली के बिलपुर स्टेशन को ट्रेन क्रॉस कर कटरा स्टेशन पहुंच रही थी। स्टेशन से पहले ही ट्रेन के स्लीपर कोच के पीछे लगे जनरल डिब्बे में किसी यात्री का हाथ आग बुझाने वाले यंत्र पर लग गया। यंत्र के गैलरी में गिरने से आग बुझाने वाला केमिकल निकलने लगा। यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई। भगदड़ मचने से पांच-छह यात्री ट्रेन से कूद गए। वहीं, मुरादाबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा- 20 से 25 यात्री नीचे गिरे
घटना के प्रत्यक्षदर्शी यात्री शिव सहाय ने बताया कि अचानक कोच में आग लगने का शोर मच गया। उस समय ट्रेन पुल पर थी। ऊंचाई करीब 30 फीट रही होगी। सभी लोग दूसरी बोगियों में भागने लगे। कई लोग ट्रेन से कूदने लगे। मैं ट्रेन से कूदना नहीं चाहता था, लेकिन भीड़ ने धक्का दिया तो मैं पुल से नीचे गिर गया। करीब 20 से 25 लोग ट्रेन से नीचे गिरे या कूदे होंगे। बाद में पता चला कि आग बुझाने वाले यंत्र से धुआं निकलते देख लोग कूद पड़े।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी एनुल मियां ने बताया- बोगी में शोर मचा कि ट्रेन में आग लग गई। जब तक हम लोग कुछ समझ पाते, तब तक यात्री एक दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने लगे। गेट के पास धक्का देकर नीचे गिरा दिया। जब गिर गए, तब पता चला कि ट्रेन में आग नहीं लगी। किसी ने अफवाह फैला दी। कई यात्री जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद पडे़। लोगों ने मुझे और मेरे दोस्त को भी धक्का देकर गिरा दिया।