जयपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक विधायक सचिन पायलट ने राजस्थान विधानसभा में जारी गतिरोध के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि सदन सुचारू रूप से चले और विपक्ष उनके सामने सवाल रख सके, इसलिए विवाद खड़ा किया गया है।
इंदिरा गांधी पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस का विरोध
पायलट ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं और सदन में उनके खिलाफ की गई टिप्पणी जानबूझकर की गई, ताकि विवाद पैदा हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की केवल इतनी मांग है कि संबंधित मंत्री माफी मांगें और उनके बयान को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए।
सरकार पर लगाए सवालों से बचने के आरोप
पायलट ने आरोप लगाया कि भाजपा की केंद्र सरकार संसद में बाबा साहब अंबेडकर का और राज्य सरकार विधानसभा में इंदिरा गांधी का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विवाद पैदा करके जवाबदेही से बचना चाहती है।
‘सदन सत्ता की संपत्ति नहीं’
पायलट ने कहा कि सदन सत्ता की संपत्ति नहीं है, बल्कि सरकार और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चाहती है कि विपक्ष माफी मांगे, लेकिन खुद खेद जताने को तैयार नहीं है।
भाजपा प्रदेश प्रभारी और किरोड़ी लाल मीणा पर भी हमला
पायलट ने भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे ऐसे बयान दे रहे हैं जो जिम्मेदार नेताओं को शोभा नहीं देते। साथ ही उन्होंने भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार न तो उन्हें बाहर कर रही है और न ही कोई जिम्मेदारी दे रही है।
‘हम डटकर मुकाबला करेंगे’
पायलट ने दोहराया कि कांग्रेस की मांग है कि मंत्री या मुख्यमंत्री खेद प्रकट करें और बयान को कार्यवाही से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती, तो कांग्रेस भी पीछे नहीं हटेगी और पूरी ताकत से मुकाबला करेगी।