सचिन पायलट ने झारखंड महादेव जाकर की पूजा अर्चना,कहा पूर्व सीएम राजे की सरकार के घोटालों की सीबीआई जांच से कराई जाए

Jaipur Rajasthan

जयपुर :-सचिन पायलट ने रविवार को झारखंड महादेव जाकर पूजा अर्चना की।  विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा और सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश मिश्रा  ने पायलट को विशेष पूजा-अर्चना कराई और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।

पायलट ने पूजा अर्चना के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार के घोटालों की जांच करने की मांग की थी और इसी को लेकर अनशन भी किया था । उन्होंने कहा कि मेरा अनशन किसी भी स्थिति में पार्टी विरोधी गतिविधियों में नहीं आता है। यही नहीं मैंने जब दिल्ली में स्थिति स्पष्ट की तो समझ में आ गया। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पूर्व सीएम राजे और उनकी सरकार के समय हुए घोटालों की जांच सीबीआई  देनी चाहिए चाहिए। उन्होंने कहा कि कोर्ट कचहरी को लेकर इस मामले को दबाने से कोई फायदा नहीं है। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा का चुनाव होगा तो आम लोगों के बीच में जाकर हम क्या कहेंगे इसलिए जांच जरूरी है।

पायलट ने कहा कि पेपर लीक के मामले में छोटे स्तर पर कार्यवाही हुई है अभी व्यापक जांच होकर बड़े पैमाने पर जो गड़बड़ी हुई है उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं और राहत कैंप का कोई विरोध नहीं करता है। आम लोगों को इसका फायदा मिलेगा हम भी इसका समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे और मुख्यमंत्री गहलोत के  के बीच कोई विवाद नहीं है बल्कि जो  मुद्दे मैंने उठाए हैं उनकी जांच की जानी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि  पार्टी की तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जब जयपुर में  पर्यवेक्षक मलिकार्जुन खरगे और अजय माकन को भेजा था उस वक्त 25 सितंबर को जो बगावत हुई थी और 3 लोगों के खिलाफ अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस दिए गए थे उनके खिलाफ अब तक कार्यवाही नहीं हुई। यह समझ से परे हैं  उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा ही पार्टी के लिए पद पर नहीं होने के बावजूद भी तन, मन  और धन के साथ काम किया है। जो भी आदेश मिला है उसका निर्वहन किया है।

पायलट ने कहा कि प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा वरिष्ठ और समझदार नेता है मैं मानता हूं कि वह निष्पक्ष होकर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रभारी रंधावा को विधायकों और मंत्रियों के कामकाज को लेकर भी समीक्षा करनी चाहिए और जो कमियां है उसे हाईकमान तक पहुंचाने का काम भी करना चाहिए।