जयपुर:-दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के विभिन्न नेताओं से मुलाकात के बाद सचिन पायलट शनिवार को जयपुर आ गए हैं। उन्होंने जयपुर में पंजाब के प्रभारी विधायक हरीश चौधरी, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और श्रीमाधोपुर से विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत, यातायात राज्यमंत्री बृजेंद्र ओला सहित विभिन्न नेताओं से लंबी वार्ताएं की।
सचिन पायलट ने यह तो स्पष्ट नहीं किया कि उन्हें कौन सी नई जिम्मेदारी मिलने जा रही है। लेकिन उन्होंने मुलाकात में यह तो स्पष्ट संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में केंद्रीय नेतृत्व उनके पक्ष में निर्णय करने जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व सचिन पायलट द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी कार्रवाई निश्चित तौर पर होने की बात सामने आ रही है। अब सीएम गहलोत अपनी ओर से कार्रवाई का विवरण हाईकमान तक भेजते हैं या फिर हाईकमान कार्रवाई के निर्देश जारी करेगा क्या ? इसके जवाब के लिए दिल्ली में होने वाली बैठक तक इंतजार ही करना पड़ेगा।
सचिन पायलट की कई नेताओं से मुलाकात से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके समर्थकों में हलचल तेज हो गई है और यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर सचिन पायलट को केंद्रीय नेतृत्व कौन सी जिम्मेदारी देगा और आने वाले समय में राजनीतिक हैसियत किसकी अधिक होगी ! अब चाहे जो कुछ भी हो लेकिन छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान के लंबे समय से चल रहे विवाद को समाप्त करने का मानस केंद्र नेतृत्व बना लिया है। मंत्रिमंडल में व्यापक बदलाव का निर्णय भी किया जाएगा। सचिन पायलट 2 जुलाई तक जयपुर में ही रहेंगे और मुलाकातों का दौर जारी रहेगा । जयपुर में पूर्णअपने समर्थकों से भी मिलने का कार्यक्रम भी जारी है।
3 जुलाई को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस मुख्यालय पर बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सीएम गहलोत दिल्ली जाएंगे या फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल होंगे। यह अभी स्पष्ट नहीं है।