जयपुर:-आयकर विभाग की टीमों का दूसरे दिन गुरुवार को भी श्री सीमेंट के ठिकानों और ऑफिस में सर्च कर रही है। शुक्रवार को तीन टीमें दिल्ली और गुरुग्राम स्थित श्रीसीमेंट के कार्यालयों में भी पहुंची।
आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री सीमेंट के कागजों की जांच की गई तो पता चला कि कम्पनी ने करोडों रुपए के खर्च पर टैक्स छूट ले रखी थी। इन खर्चों पर रिबेट भी ली हुई और इन्हीं में अनियमितता मिली है। हालांकि अभी तक आयकर विभाग की ओर से यह जानकारी सामने नहीं आई है कि छूट में कम्पनी ने कितना हेरफेर कर पैसा का ट्रांजैक्शन किया हैं। इनकम टैक्स से श्री सीमेंट ने जिन आधारों पर रिबेट ली थी, वह नियमों के विपरीत मिले है।
ऐसे में इनकम टैक्स चोरी का मामला कम्पनी पर बनता हैं। विभाग की टीमें दस्तावेज और फिजिकल वैरिफिकेशन कर रही है। विभाग को उम्मीद है कि करोड़ों रुपए की राजस्व चोरी सामने आ सकती हैं। फिलहाल आयकर विभाग उन तमाम दस्तावेजों की जांच कर रही है जो कम्पनी की ओर से आयकर विभाग को दी गई थी।
इनकम टैक्स ने किया तकनीक का इस्तेमाल
आयकर विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई से पहले तकनीक और सॉफ्टवेयर की मदद से यह चोरी पकड़ी हैं। हालही में आयकर विभाग ने अपनी तकनीकी संसाधानों को मजबूत किया हैं। जिस के तहत टैक्स अदा करने और कम्पनी की वास्तविक परफॉर्मेंस का आकलन किया जा सकता हैं। इसी आधार पर विभाग को श्री सीमेंट के आयकर छूट के दावे और वास्तविकता में अंतर लगा। इसे आधार मानते हुए इनकम टैक्स ने इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया।
अन्य बड़ी फर्में भी आयकर विभाग की रडार पर
श्री सीमेंट में चल रही इनकम टैक्स की रेड की रिपोर्ट सही निकली तो आयकर विभाग जल्द रियल स्टेट,माइंस, बिल्डरों पर भी रेड कर सकती हैं। क्यों की विभाग के पास मौजूद सॉफ्ट वेयर के माध्य से अधिकारी कुछ ही दिनों की एक्सरसाइज में पता कर लेते हैं कि कम्पनी कितना राजस्व हानी सरकार को दे रही हैं। मौजूदा समय में आयकर विभाग के पास कई ऐसी रिपोर्ट हैं जिनके आधार पर वह चुनिंदा कंपनियों पर एक्शन ले सकती हैं।