अयोध्या : दीपोत्सव के अवसर पर पूरी अयोध्या राममय हो गई है। आज अयोध्या में 15 लाख दीपों को एक साथ प्रज्ज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। उन्होंने अयोध्या पहुंचते ही सबसे पहले रामलला के दर्शन किए और फिर राम मंदिर निर्माण की प्रगति देखी। उन्होंने रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में वन से लौटे भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत जय श्री राम के नारे के साथ की और सभी को दीपावली की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्री रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, ये सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। जब श्रीराम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श, मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान राम, मर्यादापुरुषोत्तम कहे जाते हैं। मर्यादा, मान रखना भी सिखाती है और मान देना भीऔर मर्यादा, जिस बोध की आग्रह होती है, वो बोध कर्तव्य ही है।
राम किसी को पीछे नहीं छोड़ते। राम कर्तव्य-भावना से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए, राम, भारत की उस भावना के प्रतीक हैं, जो मानती है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्यों से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी अयोध्यावासियों से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में अयोध्या स्वच्छ और यहां के लोगों का व्यवहार अच्छा हो। यह यहां के लोगों को तय करना है। उन्होंने कहा कि कितना अच्छा हो कि अयोध्या के नागरिकों का व्यवहार भी अपने आप में मानक बने।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति, देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा, वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि एक समय वो भी था जब हमारे ही देश में श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे देश के धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ साल में हमने धार्मिक स्थानों के विकास के काम को आगे रखा है।