दौसा:-राजस्थान के दौसा में शुक्रवार को एक सब इंस्पेक्टर ने कॉन्स्टेबल की 5 साल की बच्ची के साथ रेप किया। वारदात का खुलासा होते ही लोगों ने थाने में जमकर हंगामा किया और तोड़-फोड़ की। दरअसल, आरोपी ने थाना में ही खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था, लेकिन नाराज लोगों ने थाने का घेराव किया।
आरोपी को थाने की खिड़की तोड़कर उसे बाहर निकाला और थाने से चौराहे तक घसीटते, पीटते ले गए। अब इस घटना के वीडियो और फुटेज वायरल हो रहे हैं।
इससे पहले पीड़िता का पिता शिकायत लेकर थाने पहुंचा था। कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की और हाथ तोड़ दिया। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने देर रात आरोपी एसआई भूपेंद्र सिंह (54) को हिरासत में ले लिया है। उसे सस्पेंड भी कर दिया। शुक्रवार देर रात बच्ची को दौसा जिला अस्पताल लाया गया। देर रात डॉक्टर्स के बोर्ड ने बच्ची का मेडिकल कराया। मेडिकल जांच के बाद दौसा एसपी वंदिता राणा ने कहा कि बच्ची की स्थिति सामान्य है और उसे गंभीर चोट नहीं आई है।
पिता ड्यूटी से लौटा था, बच्ची ने मां को बताई आपबीती
बच्ची के पिता ने कहा- ‘शुक्रवार दोपहर मैं ड्यूटी से लौटकर अपने घर में सो रहा था। जयपुर में नाइट ड्यूटी कर अपने गांव लौटा था। घर में पत्नी और बच्ची थी। बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। इस दौरान एएसआई छोटेलाल के रूम पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह ने बच्ची को बहला-फुसलाकर रूम पर बुलाया और रेप किया। बच्ची रोते हुए अपनी मां के पास पहुंची और दरिंदगी के बारे में बताया। बच्ची ने मां को रोते हुए बताया कि अंकल (सब इंस्पेक्टर) ने उसे 50 रुपए दिए। मां ने बच्ची के कपड़े चेक किए तो रेप का पता चला। इसके बाद उसने पति को बताया। बच्ची का पिता शिकायत लेकर राहुवास थाने पहुंच गया। जहां एएसआई छोटेलाल और कॉन्स्टेबल टीकाराम ने उसकी डंडे से पिटाई कर दी।
इस घटना के बाद इलाके में पुलिस के खिलाफ आक्रोश फैल गया। करीब 5 घंटे तक ग्रामीणों ने थाने को घेरे रखा। लोग थाने की छत पर चढ़ गए। पुलिस को अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी। बड़ी संख्या में लोग राहुवास थाने के बाहर जुट गए और सब इंस्पेक्टर को दबोचकर उसकी पिटाई कर डाली। महिलाएं भी लाठी लेकर पिटाई करते नजर आईं।
लोगों ने गलियों में सब इंस्पेक्टर को हाथ पैर पकड़कर घसीटा। आरोपी को पुलिस ने मशक्कत कर भीड़ से छुड़ाया और दौसा जिला अस्पताल ले गए। बच्ची के पिता का आरोप है कि एएसआई छोटेलाल और कॉन्स्टेबल टीकाराम ने साक्ष्य मिटाने के मकसद से सब इंस्पेक्टर को नहाकर कपड़े बदल लेने को कहा।
घटना के बाद थाने के घेराव, नारेबाजी
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने देर रात 8 बजे तक राहुवास थाने का घेराव किए रखा और नारेबाजी की। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि राहुवास थाने में तैनात एएसआई छोटेलाल रात 12 बजे तक शराब के ठेके खुलवाता है, पहले भी उसके खिलाफ कई तरह की शिकायतें की गई हैं।
स्थानीय लोगों ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा और आरोपी को फांसी देने की मांग की। आरोपी भूपेंद्र सिंह की एफएसटी टीम में ड्यूटी है, उसे चुनाव ड्यूटी के तहत थाना राहुवास भेजा गया था, वह 15 दिन पहले ही राहुवास पहुंचा था।