कर्नाटक में सिद्धारमैया ने दूसरी बार CM की शपथ ली:डीके के अलावा 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली;पवार समेत 9 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे

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बेंगलुरु:-कर्नाटक में सिद्धारमैया ने शनिवार को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने 12.30 बजे उन्हें पद की शपथ दिलाई। इनके बाद, सबसे पहले डीके शिवकुमार ने शपथ ली। वे इकलौते डिप्टी सीएम होंगे।

डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज और एमबी पाटिल ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। सतीश जारकीहोली, प्रियांक खड़गे (मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे), रामालिंगा रेड्‌डी और जमीर अहमद खान ने भी मंत्री पद की शपथ ली।

2023 में मंच पर विपक्षी एकता: विपक्ष के 10 से ज्यादा नेता पहुंचे
शपथ ग्रहण में नौ विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद रहे। इनमें महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), नीतीश कुमार (जेडीयू), तेजस्वी यादव (आरेजेडी), डी राजा और सीताराम येचुरी (लेफ्ट), एमके स्टालिन (डीएमके), शरद पवार (एनसीपी), फारूख अब्दुल्ला (नेशनल कांग्रेस), कमल हासन (मक्कल नीधि माईम) शामिल हैं।

इनके अलावा, कांग्रेंस से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। सोनिया गांधी नहीं पहुंचीं।

कर्नाटक कांग्रेस ने शपथ समारोह के लिए जिन नेताओं को न्योता नहीं दिया है उनमें भाजपा, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP), ओडिशा के CM नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (BJD), तेलंगाना के CM के चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS), आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री YS जगनमोहन रेड्‌डी की पार्टी (YSR कांग्रेस), केरल के CM पी विजयन शामिल हैं।

2018 में मंच पर विपक्षी एकता: सोनिया, मायावती, अखिलेश भी पहुंचे थे
2018 में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार के शपथ ग्रहण में भी विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे। तब JDS के एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनाए गए थे। समारोह में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, RJD से तेजस्वी यादव, CPI(M) के सीताराम येचुरी, NCP के शरद पवार, RLD के अजित सिंह शामिल हुए थे।


डीके समेत 8 विधायकों ने ली शपथ….

8 में से सबसे ज्यादा 3 मंत्री एससी से, साउथ कर्नाटक को तवज्जो दी
पहली कैबिनेट में नॉर्थ कर्नाटक की जगह साउथ कर्नाटक को तवज्जो दी गई है। साउथ कर्नाटक से 5 मंत्री हैं, जबकि नॉर्थ से सिर्फ 3 हैं। वहीं, 8 में से सबसे ज्यादा 3 मंत्री एससी से हैं। बाकी समुदाय से भी मंत्री बनाकर कांग्रेस ने सोशल इंजीनियरिंग की है।

सीएम कुरुबा से तो डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार वोक्कालिका जाति से हैं। इनके अलावा, डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, प्रियांक खड़गे एससी से हैं। सतीश जारकीहोली एसटी, एमबी पाटिल लिंगायत कम्युनिटी, केजी जॉर्ज क्रिश्यन, जमीर अहमद खान मुस्लिम, रामालिंगा रेड्‌डी रेड्डी समुदाय से हैं।

पांच दिन की मान-मनौव्वल के बाद माने थे डीके
पिछले शनिवार को हुई मतगणना में कर्नाटक की 224 सीटों में से कांग्रेस को 135, भाजपा को 66, जनता दल एस को 19 और अन्य को 4 सीट मिली थीं। बहुमत मिलने के बाद कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के समर्थक उनको मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। लेकिन, कांग्रेस की पसंद सिद्धारमैया थे।

पांच दिन की मान-मनौव्वल और सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद कर्नाटक CM पद के लिए अड़े डीके शिवकुमार आखिरकार मान गए। तय हुआ कि सिद्धारमैया कर्नाटक के CM और डीके शिवकुमार डिप्टी CM होंगे। गुरुवार रात बेंगलुरु में हुई विधायक दल की बैठक में सिद्धारमैया को विधायक दल का नेता भी चुन लिया गया।

लोकसभा चुनाव के बाद डीके CM बनेंगे
शिवकुमार 50-50 फॉर्मूले पर राजी हुए हैं। पहले ढाई साल सिद्धारमैया CM रहेंगे और बाद के ढाई साल डीके। यानी डीके लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि तब कर्नाटक का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसका नाम अभी तय नहीं है।

पहले मानने को तैयार नहीं थे डीके
बुधवार को पहले इस तरह की खबरें आई थीं कि डीके डिप्टी CM पद, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद और दो मिनिस्ट्री लेकर मान गए हैं। आलाकमान सिद्धारमैया को CM बनाना चाहता है और उन्होंने डीके के सामने तीन फॉर्मूले रखे थे। फिर खबर आई है कि वो किसी पर भी सहमत नहीं हुए। खड़गे से डीके ने साफ कह दिया कि बनाना है तो CM बनाओ, डिप्टी CM नहीं बनूंगा।

सुबह से ही दिल्ली में लिखी जा रही कर्नाटक सरकार की स्क्रिप्ट घंटे दर घंटे बदलती रही। डीके ने हाईकमान से कहा- ‘लोकसभा की 20 से 22 सीटें वे जितवा सकते हैं।’

खड़गे और राहुल गांधी के साथ सुबह डीके-सिद्धा की मीटिंग हुई थी, लेकिन एकराय नहीं बन सकी। बेंगलुरु में चल रही शपथ ग्रहण की तैयारियां रोक दी गईं। इससे पहले डीके ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।