नई दिल्ली:-कर्नाटक के अगले CM सिद्धारमैया होंगे। इसका ऐलान राहुल गांधी दोपहर एक बजे करेंगे। डीके शिवकुमार के पास डिप्टी CM के साथ, दो ऊर्जा और सिंचाई मंत्रालय और प्रदेश अध्यक्ष का पद रहेगा। शपथ ग्रहण समारोह 18 मई को होगा। दोनों नेता 10 मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे।
CM पद को लेकर पिछले चार दिनों से बेंगलुरु से लेकर दिल्ली तक कई बैठकें हुईं। सिद्धारमैया रेस में सबसे आगे चल रहे थे। इससे पहले रविवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी MLA ने नेता चुनने के लिए खड़गे को अधिकृत किया था। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ऑब्जर्वर्स से सभी विधायकों से वन-टु-वन बात करने को कहा था। इनमें 80 से ज्यादा विधायकों ने सिद्धारमैया के फेवर में वोट किया था।
इन 2 फॉर्मूला पर बात हुई थी, एक पर सहमति
- पहला: सिद्धारमैया को पहले ढाई साल तक CM बना दीजिए। फिर ढाई साल बाद कुर्सी डीके को दी जाए, लेकिन दोनों इस पर सहमत नहीं है।
- दूसरा: सिद्धारमैया को CM बना दिया जाए। डीके को PCC के चीफ के अलावा दो बड़े मंत्रालय दिए जाएं। इस पर कोई राय अब तक नहीं बनी है।
अब जानिए मंगलवार का घटनाक्रम…
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के आवास 10, राजाजी मार्ग पर मंगलवार को दिनभर मीटिंग होती रहीं। पहले राहुल गांधी उनके घर पहुंचे। फिर कर्नाटक के नवनिर्वाचित विधायकों ने भी मुलाकात की। शिवकुमार और सिद्धारमैया शाम को मिलने पहुंचे।
राहुल गांधी मंगलवार दोपहर 12.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिलने उनके घर पर पहुंचे थे। दोनों के बीच डेढ़ घंटे बात हुई। इस दौरान पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला मौजूद थे।
शाम 5.30 बजे- डीके शिवकुमार ने खड़गे से एक घंटे चर्चा की
डीके शिवकुमार मंगलवार शाम 5.30 बजे खड़गे से मिलने पहुंचे। सूत्रों के अनुसार उनको 6.30 बजे बुलाया गया था, लेकिन वे एक घंटा पहले ही पहुंच गए। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा चली। मुलाकात के बाद वे बिना मीडिया से बात किए निकल गए।
शाम 6:30 बजे- सिद्धारमैया और खड़गे के बीच डेढ़ घंटे मुलाकात
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी खड़गे के घर पहुंचे। वे करीब डेढ़ घंटे तक वहां रहे। पहले चर्चा थी कि डीके-सिद्धारमैया को आधे-आधे कार्यकाल का CM बनाया जाएगा, लेकिन दोनों नेता 50-50 फॉमूले से सहमत नहीं थे।