एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में एसओजी को कई अहम सुराग हाथ में लग रहे है। सोमवार को एसओजी टीम रिमांड पर चल रहे ट्रेनी एसआई बिजेंद्र और रितु शर्मा को लेकर झुंझुनूं जिले में उनके घर और अन्य ठिकानों पर लेकर पहुंची। करीब पौन घंटे तक चले सर्च में एक डायरी मिली है। बताया जा रहा है कि इसमें लेनदेन का हिसाब मिला है। एसओजी की टीम ने जब दोनों ट्रेनी एसआई से मौके पर पूछा तो दोनों ने जानकारी होने से इनकार कर दिया।
दरअसल, एसओजी की अब की जांच में सामने आया कि एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में आरोपियों का नेटवर्क चिड़ावा से जोधपुर तक फैला है। दोनों ट्रेनी एसआई के घर में हुई सर्च के दौरान एसओजी की दोनों के यहां से एक डायरी मिली हैं। डायरी में पैसों के लेनदेन का जिक्र किया गया हैं। हालांकि दोनों ट्रेनी एसआई ने इस की पुष्टि नहीं की हैं। रिमांड पर चल रहे ट्रेनी एसआई बिजेंद्र और उसकी सहयोगी रितु शर्मा को एसओजी टीम चिड़ावा लेकर गई। यहां टीम ने वार्ड 25 में साधावाली बाड़ी स्थित आरोपी बिजेंद्र और रितु शर्मा के सूरजगढ-सिंघाना तिराहा स्टैंड के पास वार्ड 12 के आवास पर करीब पौन घंटे सर्च किया।
ट्रेनी एसआई के घर का नक्शा भी बनाया
एसओजी ने इस दौरान ट्रेनी एसआई बिजेंद्र के घर का नक्शा मौका भी बनाया। इस दौरान दोनों आरोपियों के घरों के बाहर पुलिस जाब्ता मौजूद रहा । डायरी बरामद होने के बाद एसओजी की टीम वापस लौट गई। टीम को लीड कर रहे एसओजी अधिकारी सिविल ड्रेस में थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों एसओजी की टीम ने ट्रेनी एसआई बिजेंद्र को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पूछताछ में सामने आया था की रितु शर्मा ने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर सॉल्व करवाने में मदद की थी। इसके बदले में उसने परीक्षा सेंटर संचालक को 8 लाख रुपए दिलवाए थे। इसके बाद एसओजी का डर दिखा गिरफ्तारी से बचाने के लिए 10 लाख रुपए दिलवाए थे। 10 लाख रुपए से तीन लाख रुपए का भुगतान रिटायर्ड फौजी ने ऑनलाइन करवाया और सात लाख रुपए रितु को दिए। इसने अपने पूर्व परिचित जोधपुर के परीक्षा सेंटर संचालक से लेनदेन की सारी डील की थी।