सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 में पेपर लीक के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने 5 ट्रेनी एसआई को डिटेन किया। इनसे एसओजी मुख्यालय में पूछताछ चल रही है और जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। इनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका के बेटा-बेटी भी शामिल है।
एसओजी ने शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) से इन ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया था। इनमें आरपीएससी के पूर्व सदस्य की बेटी शोभा राईका और बेटा देवेश राईका भी शामिल है। हालांकि अभी तक उनकी भूमिका को उजागर नहीं किया। इनसे पूछताछ के साथ-साथ कई बिंदुओं की तस्दीक की जा रही है। पकड़े गए पांच में राईका की बेटी सहित दो महिला ट्रेनी सब इंस्पेक्टर है।
राईका 2018 से 2022 तक रहे आरपीएससी के सदस्य
रामू राम राईका जुलाई 2018 से जुलाई 2022 तक आरपीएससी के सदस्य रहे थे। सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में राईका की बेटी शोभा को 5वीं और बेटे देवेश को 40वीं रैंक मिली थी। भर्ती परिणाम के बाद से ही राईका पर कई लोगों ने धांधली करने का आरोप भी लगाया था।
अब तक 37 ट्रेनी एसआई हो चुके गिरफ्तार
सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में पेपर लीक के मामले में एसओजी अब तक 37 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं।
राईका बोले- द्वेषतावश कार्रवाई, गलत हो तो फांसी चढ़ा देना
आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामू राम राईका ने बेटा-बेटी को हिरासत में लेने पर कहा कि राजनीतिक द्वेषतावश यह कार्रवाई की जा रही है। वह आयोग के पूर्व सदस्य है, इसलिए कार्रवाई कर रहे हैं। कहीं कोई गलत नहीं है, यदि गलत हो तो फांसी पर चढ़ा देना। राईका ने स्वीकार किया था कि एसआई भर्ती-2021 से पूर्व 2016 की आरएएस भर्ती का भी बेटा-बेटी ने एग्जाम दिया था। हालांकि वे सफल नहीं हुए थे। यूपीएससी का भी एग्जाम दिया था। एसआई भर्ती 2021 में भी जब बैठे तो आयोग के नियमों की पालना की गई थी।
पहले भी हो चुकी ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी
सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 पेपर लीक मामले में भजनलाल सरकार की ओर से बनाई गई एसआईटी ने 6 मार्च को आरपीए से 14 ट्रेनी एसआई को पकड़ा था। एसओजी ने एडमिट कार्ड की फोटो, परीक्षा के दौरान की गई वीडियोग्राफी और उपस्थिति रजिस्टर में किए हस्ताक्षरों की एफएसएल जांच के बाद कार्रवाई को अंजाम दिया था।
2 अप्रैल को भी 15 ट्रेनी एसआई को डिटेन कर एसओजी मुख्यालय लाया गया था। इसमें 2 महिला और 13 पुरुष सब इंस्पेक्टर शामिल थे। यहां पूछताछ के बाद 3 अप्रैल को 11 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके अलावा एसओजी ने जोधपुर कमिश्नरेट के सदर बाजार थाने में तैनात कॉन्स्टेबल अभिषेक बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया था। अभिषेक बिश्नोई एसआई भर्ती परीक्षा में पास हुआ था, लेकिन उसने जॉइन नहीं किया था।
इसके बाद 8 जून को तीन महिला ट्रेनी एसआई समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें एक प्लाटून कमांडर थीं। महिला ट्रेनी एसआई को आरपीए और जोधपुर के मंडोर स्थित ट्रेनिंग सेंटर से पकड़ा गया था।