लखनऊ:-उत्तर प्रदेश में आखिरकार सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया। प्रदेश में 11 सीटों पर कांग्रेस लोकसभा चुनाव लड़ेगी। अखिलेश ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
उन्होंने लिखा- इंडिया की टीम और PDA की रणनीति इतिहास बदल देगी। इससे पहले, सपा और रालोद में 7 सीट पर गठबंधन हुआ था। यानी, अब यूपी में इंडिया गठबंधन में सपा, कांग्रेस और रालोद के बीच सीटों पर सहमति बन गई है।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा- अखिलेश के ट्वीट पर केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है। फिलहाल, दोनों पार्टियों के बीच सकारात्मक और अच्छे माहौल में बातचीत चल रही है।
इससे पहले, 17 जनवरी को दिल्ली में कांग्रेस के साथ सपा महासचिव राम गोपाल यादव की बैठक हुई थी। बैठक में बाहर निकलकर राम गोपाल ने कहा, ‘हमने आधा रास्ता तय कर लिया है। बाकी आधा रास्ता भी जल्द तय कर लिया जाएगा।’ राम गोपाल के इस बयान के बाद से यह संकेत मिल गए थे कि सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और सपा में बात बन गई है।
60 सीटों पर सपा लड़ेगी चुनाव
इससे पहले, 19 जनवरी को अखिलेश यादव ने 7 सीट RLD को देने का ऐलान किया था। वहीं, 1-1 सीट अपना दल कमेरावादी और चंद्रशेखर की पार्टी की दे सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि बची हुई 60 सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी।
अमेठी, रायबरेली समेत 11 सीट कांग्रेस को मिल सकती है
कांग्रेस को प्रदेश की कौन-सी 11 सीट दी जाएगी। इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी, गोरखपुर, महाराजगंज, प्रयागराज, झांसी, कुशीनगर, गाजियाबाद , अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और बांसगांव कांग्रेस को दी जा सकती है।
यूपी में पिछले 3 चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन
- 2009- कांग्रेस 69 सीटों पर चुनाव लड़ी और 21 जीती। इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं।
- 2014- कांग्रेस 67 पर लड़कर सिर्फ दो सीट जीती। सपा 75 में 5 और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई।
- 2019- सपा- बसपा का गठबंधन था। कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई। सपा 37 पर लड़ी और 5 जीती। जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती। रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के अब सिर्फ तीन सांसद हैं।