हिमाचल CM-पूर्व मुख्यमंत्री में नोक-झोंक:सुक्खू बोले-जयराम को सनसनी फैलाने की आदत पड़ गई;ड्रोन से निगरानी की बात गलत,ईडी-सीबीआई को लिखेंगे पत्र

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हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश पुलिस किसी भी नेता की जासूसी नहीं करवा रही और न किसी के फोन टेप किए जा रहे हैं। यदि कोई पुलिस अधिकारी ऐसा कर रहा होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस तो नहीं करवा रही। हो सकता है ED और CBI करवा रही हो।

मुख्यमंत्री ने कहा, नेता प्रतिपक्ष की सुरक्षा उनकी सरकार की जिम्मेदारी है। यह गंभीर विषय है। इसलिए इसकी भी जांच करवाई जाएगी। इसके लिए वह ईडी-सीबीआई को पत्र लिखेंगे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सनसनी फैलाने की आदत पड़ गई है। इसलिए वह झूठ बोल रहे है। सरकार किसी भी नेता की ड्रोन से निगरानी नहीं करवा रही। इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष में नोंक-झोंक हुई।

बता दें कि सदन में प्रश्नकाल से पहले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत मामला उठाते हुए कहा कि ड्रोन से उनके सरकारी आवास की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, पिछले 6-7 दिन से उनके रामचंद्र चौक स्थित सरकारी आवास के बाहर ड्रोन ‌उड़ रहा है। यह खिड़की व दरवाजे के आगे तक की निगरानी कर रहा है।

जब उन्होंने पता किया तो मालूम पड़ा कि साथ लगते एक पुलिस ऑफिसर रैजिडेंस से ड्रोन की निगरानी हो रही है। ये कौन सा तरीका है। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार में अधिकारी अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को सीमाओं में रहने की सलाह दी है। यह उनकी व परिवार की निजता का हनन किया है और कहा, कि वक्त हमेशा एक समान नहीं रहता।

अपनी हरकतों से बाज आए सरकार: जयराम

जयराम ठाकुर ने कहा, इससे पहले भी जब हिमाचल में सरकार अस्थिर हुई थी, तो उस दौरान भी उनके घर के बाहर लोग खड़े कर दिए गए थे। उन्होंने सुक्खू सरकार पर फोन भी टेप करने का आरोप लगाया और कहा, सरकार ऐसी हरकतों से बाज आए। ऐसा करने के बजाय कानून व्यवस्था सुधार करें। इस पर स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इस मामले में उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।

नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर गए बीजेपी के विधायक

प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने थुनाग में कालेज भवन के निर्माण का मामला उठाया। उन्होंने भवन का निर्माण कार्य नहीं करने पर सवाल उठाए और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के ज्यादातर विधायक सदन से उठकर नारेबाजी करते हुए बाहर चले गए।

सदन में मंडी से विधायक अनिल शर्मा ने मंडी को स्मार्ट सिटी बनाने से जुड़ा सवाल पूछा, क्योंकि विक्रमादित्य सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान मंडी को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी। मगर आज सदन में विक्रमादित्य की गैर मौजूदगी में अनिरुद्ध सिंह ने अनिल शर्मा के सवाल का जवाब दिया और कहा, यह केंद्र सरकार की योजना है। राज्य सरकार की फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है।

4 विधायकों के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा

प्रश्नकाल के बाद सदन में 4 विधायकों द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी। इसमें ऊना से विधायक सतपाल सत्ती ने बीते दिनों हमीरपुर कॉलेज में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की कोचिंग ले रहे छात्र की मौत मामले में चर्चा मांगी है।

चिंतपूर्णी मंदिर के रास्ते का मामला सदन में गूंजेगा

वहीं चिंतपूर्णी मंदिर के मायादास सदन के लिए बनाए जा रहे रज्जू मार्ग का मामला विधायक राकेश कालिया सदन में उठाएंगे। सैज-चौपाल-कुपवी सड़क पर चाननी नाला के पास लैंडस्लाइड से क्षतिग्रस्त का मामला विधायक बलवीर वर्मा तथा भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सिस्सू पुल का मामला लाहौल स्पीति की विधायक अनुराधा राणा सदन में उठाएंगी।

मानसून से तबाही पर 4 विधायक करेंगे चर्चा

आखिर में मानसून से हुए नुकसान को लेकर सदन में चर्चा होगी। इसमें त्रिलोक जम्वाल, बलवीर वर्मा, सुखराम चौधरी और राकेश जम्वाल सदन में अपनी बात रखेंगे। मानसून से तबाही पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर समेत दो दिन में 8 से ज्यादा विधायक बोल चुके है।