अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के मौके पर विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो चुकी है। पुजारियों ने रामलला का पंचामृत अभिषेक किया, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का उपयोग किया गया। इसके बाद उन्हें गंगाजल से स्नान कराया गया।
रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए गए, जिन्हें सोने के तारों से बुना गया है। उनके मुकुट में जड़ा हीरा विशेष आकर्षण का केंद्र बना। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस अवसर पर अयोध्या पहुंचे और रामलला की पूजा-अर्चना की।
देशभर से श्रद्धालु, जिनमें दिल्ली, हिमाचल और अन्य 10 राज्यों के भक्त शामिल हैं, रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। राम मंदिर को विदेशी फूलों से सजाया गया है। मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए अंगद टीला पर जर्मन हैंगर टेंट लगवाए हैं, जहां 5 हजार लोग रामकथा सुन सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर विकसित भारत के सपने को साकार करने में सहायक होगा।
मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, आज करीब 2 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन करेंगे। प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 11 से 13 जनवरी तक उत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। इन दिनों VIP दर्शन बंद रहेंगे, जबकि आम दर्शन सुबह 6:30 बजे से रात 9:30 बजे तक जारी रहेंगे।