जयपुर। सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी अस्पताल के हार्ट सर्जरी टीम को देश में पहली बार ह्रदय के दुर्लभ ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल कर एक नवजात शिशु को नया जीवन देने में सफलता मिली है।
पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी के डायरेक्टर डॉ सुनील कौशल ने बताया कि सिर्फ सत्रह दिन और ढाई किलो वजन के नवजात बेबी ऑफ चंपा जब इमरजेंसी में पहुंचा तो उसकी साँसे थम सी रहीं थी। उसके दिल की धड़कन बहुत तेज थी, शरीर ठंडा था और बीपी भी बहुत कम था। इको जांच में पता चला कि उसके दिल में बहुत बड़ा जन्मजात ट्यूमर है। इससे ह्रदय में आने व जाने वाले खून के बहाव में रुकावट आ रही थी। इस वजह से फेफड़े और दिल के बाएं हिस्से में ऑक्सीजन युक्त खून पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा था। इसी वजह से बच्चा सांस के लिए तड़प रहा था। नवजात शिशु की गंभीर स्थिति को देखते हुए कुछ ही घंटे में उसका जटिल ऑपरेशन करना पड़ा।
डॉ कौशल ने बताया कि ट्यूमर इतना बड़ा था कि उसको टुकड़ों में और दिल की दीवार से छील कर ही निकाला जा सका। ऑपरेशन करीब छह घंटे चला। ऑपरेशन के बाद बच्चे को सामान्य होने में करीब 12 दिन तक लगे।
बायोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि ये रेबडोमयोमा टाइप का ट्यूमर है जो की नवजात शिशु में बहुत ही दुर्लभ है (0.05-001 %) लाखों नवजात शिशुओ में से किसी एक में पाया जाता है ।
इतने बड़े ट्यूमर को वक्त रहते अगर पूरा निकाला दिया जाए तो नवजात शिशु नॉर्मल जिंदगी जी सकता है ।
देश में नवजात शिशु में हार्ट ट्यूमर का सफल ऑपरेशन का ये पहला केस है ।