राजस्थान हाई कोर्ट में समर वैकेशन शुरू हो गया हैं। जिसके चलते अब 30 जून तक हाई कोर्ट में नियमित सुनवाई नहीं होगी। केवल जमानत और अर्जेंट केसेज़ की ही सुनवाई हो सकेगी। इसके लिए हाई कोर्ट में वैकेशन बैंचों का गठन किया गया हैं।
मुख्यपीठ जोधपुर और जयपुर पीठ के लिए चार-चार बैंचों का गठन किया हैं। एक बैंच एक सप्ताह मामलों की सुनवाई करेगी। मुख्य रूप से हाई कोर्ट में समर वैकेशन के दौरान केवल जमानत से जुड़े मामलों की ही सुनवाई होगी।
सिविल और रिट से जुड़े मामलों की सुनवाई पूरी तरह से बंद रहेगी।
सिविल और रिट के मामलें पेश होंगे, सुनवाई जुलाई में
हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद शर्मा ने बताया कि हमने मुख्य न्यायाधीश को रिप्रजेंटेशन देकर मांग की थी कि समर वैकेशन में दो सिंगल बैंच औऱ एक डीबी का गठन किया जाए। जिससे लंबित मामलों में कमी आ सके। लेकिन जज़ों के छुट्टी पर होने के कारण यह नही हो सका।
लेकिन हमारे रिप्रजेंटेशन पर मुख्य न्यायाधीश ने सिविल और रिट से जुड़े मामलें पेश करने की इज़ाजत दे दी हैं। इससे पहले समर वैकेशन में केवल क्रिमिनल केसेज़ ही पेश हो सकते थे। हालांकि इन केसेज़ की सुनवाई पहले की तरह ही छुट्टियों के बाद कोर्ट खुलने पर जुलाई में ही होगी।
इन न्यायाधीशों की बनाई वैकेशन बैंच
मुख्यपीठ जोधपुर में जस्टिस योगेन्द्र कुमार पुरोहित की 3 जून से 7 जून तक, जस्टिस राजेन्द्र प्रकाश सोनी की 10 जून से 14 जून, जस्टिस नुपूर भाटी की 18 जून से 21 जून और जस्टिस कुलदीप माथुर की 24 जून से 28 जून के लिए वैकेशन बैंच बनाई गई हैं।
इसी तरह से जयपुर बैंच के लिए जस्टिस आशुतोष कुमार की 3 जून से 7 जून तक, जस्टिस प्रवीर भटनागर की 10 जून से 14 जून तक, जस्टिस भुवन गोयल की 18 जून से 21 जून तक और जस्टिस अशोक कुमार जैन की 24 जून से 28 जून तक वैकेशन बैंच बनाई गई हैं।