बूंदी:-लोक संस्कृति की छठा बिखेरते चलते लोक कलाकार, नखराळी म्हारी बूंदी…,आछी आई र बूंदी की तीजा….,केसरिया बालम आओ न पधारो…सरीखे गीतों पर थिरकते लोक कलाकार और घोडिय़ा। रंग-बिरंगी आतिशबाजी से जगमगाता आसमां, शौर्य शृंगार की प्रतीक कजली तीज माता की एक झलक पाने को उत्साहित शहरवासी…पग-पग पर तीज माता की आगवानी करते लोग। मौका था कजली तीज महोत्सव के तहत शनिवार देर शाम को शहर में नगर परिषद की ओर से निकाली गई कजली तीज माता की सवारी का। इसी के साथ बूंदी में 16 दिवसीय महोत्सव का श्रीगणेश हो गया।
शहर के बालचंद पाड़ा स्थित एक टाकीज के परिसर से नगर परिषद सभापति मधु नुवाल द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के साथ शोभायात्रा रवाना हुई। सवारी में शामिल बैंड गीतों की मधुर धुन बिखेर रहे थे। सबसे आगे ध्वज पताका लिए घुड़सवार चल रहा था। पीछे सजे धजे ऊंट चल रहे थे। लोकगीतों पर नृत्य करते लोक कलाकारों ने राजस्थानी संस्कृति की छटा बिखेरी। सजी-धजी पालकी में विराजमान तीज माता के दर्शनों के लिए लोग सडक़ों पर जमा रहे। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कुंभा स्टेडिय़म पहुंची। शोभायात्रा के हर नजारे को देखने के लिए छतों तक पर लोग जमा थे। शोभायात्रा में बाबा बलवंत ङ्क्षसह का रथ शामिल था। इसके आगे 20 घुड़सवार ध्वज लेकर चल रहे थे। शोभायात्रा में एक सुसज्जित विमान में श्रृंगारित कजली तीज माता पालकी में विराजमान थी। विदेशी पर्यटक के साथ आमजन भी शोभायात्रा के हर नजारे को कैमरे में कैद करता हुआ नजर आया। इस दौरान उप सभापति लटूर भाई, पूर्व प्रधान भगवान नुवाल, कांग्रेस शहर अध्यक्ष शैलेश सोनी, पूर्व आयुक्त महावीर ङ्क्षसह सिसोदिया, वरिष्ठ पार्षद टीकम जैन, इरफान इल्लू, हेमंत वर्मा, प्रेमप्रकाश, विजय ङ्क्षसह गहलोत, बालमुकुंद सोनी, संदीप देवगन, जितेंद्र मीणा, जितेंद्र दाधीच, ममता शर्मा, मोनिका शेरगढिय़ा, सूरज बिरला, संध्या रावल, राजकुमार दाधीच आदि मौजूद रहे।