खाजूवाला की घटना शर्मनाक,प्रदेश को जरूरत है फुल टाइम गृहमंत्री की,सीएम गहलोत दे इस्तीफा:सीपी जोशी

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भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  को  अपने आते हैं वह बेतुके आरोप लगाकर बीकानेर के खाजूवाला में दलित लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले से ध्यान भटकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में साढे चार साल में महिला दुष्कर्म की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एनसीआरबी के अनुसार पूरे देश में सबसे अधिक दुष्कर्म की घटनाएं राजस्थान में दर्ज की गई हैं। 

बुधवार को भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा  प्रदेश अध्यक्ष जोशी ने कहा कि भाजपा की ओर से पहले भी मांग की गई है कि प्रदेश में पूर्णकालिक गृहमंत्री होना चाहिए जो किसी भी घटना की जिम्मेदारी ले सके और सक्षम जवाबदेही तय हो सके। महिला अत्याचार की बढती घटनाओं को रोक पाने में अक्षम मुख्यमंत्री गहलोत के भीतर यदि जरा सी भी नैतिकता बची है तो उन्हे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश में महिला अत्याचार और दुष्कर्म की घटनाओं में  22 प्रतिशत बढोत्तरी हुई है, जबकि सीएम गहलोत कहते हैं कि दुष्कर्म के 56 फीसदी मामले फर्जी होते हैं। इन सभी घटनाओं ने प्रदेश को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि बेहद शर्म की बात है कि जहां सरकार को खाजूवाला में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना था, परिवार की मदद करनी थी वहां सरकार धरने पर बैठे पीडित परिवार से अभद्रता कर रही है। 

उन्होंने कहा कि  जब भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन के बाद सरकार चेती है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि  सीएम गहलोत दुष्कर्म की घटनाओं के रोष को भटकाने के लिए भाजपा और संघ पर ऊल-जलूल आरोप लगाते हैं। वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा जिनका नारा स्लोगन ‘लडकी हूं, लड सकती हूं’ को यहां क्यों भुला दिया जाता है। उनके लिए राजस्थान केवल पर्यटन स्थल है, यहां वे पीडित महिलाओं के आंसू पोंछने नहीं आती। यहां उन्हे दलित महिलाओं पर अत्याचार नजर नहीं आते।   

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जोशी ने कहा कि खाजूवाला घटना में मुख्य रूप से जो आरोपी हैं, उनकी जल्द गिरफ्तारी कर कडी से कडी सजा देने और पीडित परिवार को एक करोड़ मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की। 

प्रदेश में स्थिति इतनी भयावह है कि दुष्कर्म पीड़िता जब न्याय के लिए पुलिस कमिश्नरेट जाती है, तब वहाँ बैठा अधिकारी रिश्वत में पीडिता की अस्मत मांगता है। प्रदेश मंे महिलाओं के लिए कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है। 

प्रदेश मंत्री अशोक सैनी, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, विजेन्द्र पूनियां, मीडिया संपर्क प्रमुख आन्नद शर्मा और एससी मोर्चा प्रदेश महामंत्री मुकेश गर्ग मौजूद रहें।