जयपुर:-जगतपुरा सहित शहर के कई क्षेत्रों में 500 में से 400 मल्टीस्टोरी बिल्डिंग ऐसी है, जो नई जल कनेक्शन नीति के सभी मापदंड पूरे कर रही हैं। जलदाय विभाग चाहे तो आवेदन करने वाली हाउसिंग सोसायटियों को हाथोंहाथ कनेक्शन जारी कर सकता है। लेकिन जलदाय विभाग के इंजीनियर वितरण तंत्र तैयार नहीं होने की बात कहकर टालने में लगे हैं।
मौजूदा वितरण तंत्र से दिया जा सकता है पानी
जलदाय विभाग के इंजीनियरों का कहना है कि विभाग अगर चाहे तो मौजूदा वितरण तंत्र से भी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग को बीसलपुर का पानी उपलब्ध करा सकता है। क्योंकि कई क्षेत्रों में हाल ही में बीसलपुर सिस्टम का वितरण तंत्र नए तरीके से बिछाया गया है। अगर इस तंत्र से मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में सप्लाई होती है तो उस क्षेत्र के अन्य पेयजल उपभोक्ताओं पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा।सक्रिय हुई मल्टीस्टोरी हाउसिंग सोसायटियां, आवेदन के तीन माह में मिले जल कनेक्शन
मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में जल कनेक्शन के लिए नीति बनी लेकिन कनेक्शन के लिए डेढ़ वर्ष का इंतजार शीर्षक से पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद शहर में मल्टीस्टोरी की हाउसिंग सोसायटियों के पदाधिकारी सक्रिय हो गए हैं।
शनिवार को फैडरेशन ऑफ जयपुर अपार्टमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष धनकुमार जैन की अध्यक्षता में 20 से ज्यादा हाउसिंग सोसायटियों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। अध्यक्ष जैन ने कहा कि नई नीति के तहत मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में जल कनेक्शन के लिए आवेदन के तीन माह में बीसलपुर का पानी उपलब्ध कराया जाए। टैंकरों से पानी मंगाना फ्लैट्स में रह रहे लाखों लोगों के लिए महंगा पड़ रहा है।