सहायक कर्मचारी की दरियादिली:स्कूल में बच्चों के लिए पढ़ने के लिए क्लास रूम नहीं थे,अपने खर्च पर बनवा दिए दो कमरे

Bikaner

बीकानेर:-बीकानेर के नत्थूसर बास में स्थित सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूल में बच्चे तो बढ़ गए लेकिन क्लास रूम नहीं थे। तब भामाशाहों की तलाश शुरू की गई, कोई धनाढ्य व्यक्ति हां करता, इससे पहले इसी स्कूल में काम करने वाली सहायक कर्मचारी ने दो कमरे बनाने की हां कर दी। पहले तो सभी को आश्चर्य हुआ लेकिन देखते ही देखते उसने दो कमरों के लिए बड़ी धनराशि स्कूल प्रबंधन को उपलब्ध कराई। आज इसी सहायक कर्मचारी विमला मारू को शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने एक समारोह में सम्मानित किया।

बुधवार को इस स्कूल में शिक्षा विभाग अब सत्रह लाख रुपए की लागत से क्लास रूम बना रहा है। इन्हीं का उद्घाटन शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने किया। इस दौरान उन्होंने विमला मारू को पूर्व में दो कमरे बनाने के लिए सम्मानित किया। शिक्षा मंत्री ने स्कूल के रिपेयरिंग कार्य के लिए सात लाख तथा नए कक्षा कक्षों के लिए निर्माण के लिए साढ़े सत्रह लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से यहां कॉमर्स संकाय प्रारंभ कर दिया जाएगा।

इन भामाशाहों ने दिया सहयोग

स्कूल परिसर में भामाशाह शैतान सिंह सांखला तथा दीपक गहलोत द्वारा अपनी-अपनी मां की स्मृति में एक-एक कक्षा कक्ष बनवाए जाएंगे। वहीं भामाशाह द्वारका प्रसाद स्वामी द्वारा अपनी पत्नी की स्मृति में वाटर कूलर लगवाया गया है। इस दौरान एसडीएमसी सदस्य सुनील सांखला, दिनेश सांखला, अशोक व्यास सहित स्कूल स्टाफ, बच्चे और अभिभावक मौजूद रहे।