शिमला :- हिमाचल में कैबिनेट विस्तार पर सस्पेंस खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मंत्री कल लेंगे शपथ। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 10 बजे राजभवन में होगा। मुख्यमंत्री राजभवन में मंत्रियों के शपथ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री अपने कार्यालयों में विधायकों के साथ बैठक कर रहें है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जुटाई गई जानकारी के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री पुणे के लिए रवाना होंगे। मंत्रियों को शपथ दिलाने के बाद राज्यपाल की छुट्टी पर गोवा जा रहे हैं। कल सभी मंत्रियों को शपथ ना दिला कर 7 मंत्रियों को शपथ दिलाने की संभावना है।
ये लोग ले सकते है मंत्री पद की शपथ
- सुधीर शर्मा
- चंद्र कुमार
- जगत नेगी
- सुंदर सिंह ठाकुर
- राजेश धर्माणी
- विक्रमादित्य सिंह
इसके साथ साथ 7 संभावित मंत्रियों मे हर्ष वर्धन सिंह चौहान का नाम शामिल है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने स्पेशल मैसेंजर को राजभवन भेजकर राज्यपाल से अपने मंत्रियों को शपथ दिलाने का पत्र दिया। इसके बाद ही राज्य भवन सचिवालय ने मंत्रियों के शपथ ग्रहण का समय सुबह 10 का तय किया है। पहले चर्चा थी कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलेंगे और उन्हें अपने मंत्रियों को शपथ दिलाने का पत्र देंगे।
10 लोगों की सूची हाईकमान को सौंपी
दिल्ली से शिमला लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि उन्होंने 10 लोगों की सूची हाईकमान को सौंपी है। वहां से क्लियरेंस मिलने के बाद कैबिनेट विस्तार होगा।
एक सवाल के जवाब में सुक्खू ने कहा कि हाईकमान से सूची आज आती है तो कल मंत्रियों की शपथ होगी। कल आई, तो परसों होगी। परसों आई तो राहु काल चला है। तब 15 को शपथ होगी। उन्होंने कहा कि कल उनका पुणे जाने का कार्यक्रम हैं।
गौरतलब है कि कैबिनेट विस्तार में देरी से विपक्ष निरंतर सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के लिए इसे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान भी बड़ा मुद्दा बनाने का प्रयास किया है क्योंकि प्रदेश में चुनावी नतीजे आने के एक माह बाद भी कैबिनेट बैठक नहीं हो पाई। इससे जनता से किए वह वादे पूरा नहीं हो पा रहे, जो कांग्रेस ने चुनाव के दौरान किए थे।
नहीं ये व्यवस्था परिवर्तन है। कैबिनेट विस्तार जरूर होगा। कल पुणे में कार्यक्रम है।
प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ
हिमाचल के इतिहास में ऐसा यह पहली बार हुआ है, जब नई सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल के गठन में इतनी देर हुई हो। मंत्रिमंडल के गठन में हो रही देरी कहीं न कहीं सरकार और संगठन के बीच चली आ रही खींचतान को भी हवा देती नजर आ रही है।
मंत्रियों का चयन नहीं कर पाने के कारण हो रही देरी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा मंत्रियों का चयन नहीं कर पाने के कारण मंत्रिमंडल के गठन में इतनी देरी हुई है। मंत्रियों के चयन को लेकर प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा और शिमला जिले में पेंच फंसा हुआ है। मंत्रिमंडल की दौड़ में 15 विधायक शामिल हैं, जबकि 10 विधायक मंत्री बनाए जाने हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, 10 में से भी 2 या 3 सीटों को खाली रखा जाएगा। पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी मंत्रियों के 2 पदों को खाली रखा गया था, जिन्हें 3 साल बाद भरा गया था। शिमला में विधायक रोहित ठाकुर और विक्रमादित्य सिंह के नाम मंत्री पद की दौड़ में तय माने जा रहे हैं।
मोहनलाल बराक्टा और अनिरुद्ध सिंह के नाम पर पेंच फंसा हुआ है। कांगड़ा से संजय रतन और पालमपुर से आशीष बुटेल का नाम चर्चा में हैं। धर्मपुर सीट से पहली बार जीत कर आए चंद्रशेखर को भी सरकार कोई अहम पद सौंप सकती है। सोलन से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्नल धनीराम शांडिल, संजय अवस्थी और रामकुमार ने मंत्री पद के लिए दावेदारी ठोकी है।
राजभवन शिमला में शपथ की तैयारियां शुरू
इधर राजभवन में भी मंत्रियों की शपथ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सरकार से पत्र मिलते ही राजभवन सचिवालय मंत्रियों के शपथ को लेकर निमंत्रण पत्र जारी करेगा। मुमकिन है कि राजभवन सचिवालय आज यह पत्र जारी करें। रविवार 8 जनवरी को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर अपने घर गोवा जाएंगे। उनका 15 जनवरी को वापस लौटने का कार्यक्रम है। ऐसे में मुमकिन है कि राज्यपाल रविवार को मंत्रियों को शपथ दिलाने के बाद गोवा के लिए रवाना हो।
मंत्रियों के लिए यह नाम लगभग तय
मंत्री पद के लिए जिन विधायकों के नाम आगे चल रहे हैं। उनमें सुधीर शर्मा, चंद्र कुमार, जगत सिंह नेगी, सुंदर सिंह ठाकुर, राजेश धर्मानी, विक्रमादित्य सिंह और हर्षवर्धन सिंह का नाम शामिल है। मुख्यमंत्री द्वारा औपचारिक घोषणा होना बाकी है।