कोटा:-कई राज्यों में उर्जा के क्षेत्र को लेकर राजस्थान के लिए संभावनाएं है। उन पर काम भी किया जा रहा है। उर्जा के क्षेत्र में गुजरात अग्रणी है, राजस्थान भी दो तीन सालों में उर्जा के क्षेत्र काफी प्रगति करेगा। यह बात उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा में कही। हीरालाल नागर कोटा के रोटरी बिनानी सभागार में नेत्रदानी सम्मान समारोह में शामिल हुए, जहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह बयान दिया। हीरालाल नागर ने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में कई राज्यों में संभावनाएं है, जिन पर हम काम कर रहे है।
अभी महाराष्ट्र भी गए थे, वहां के उर्जा मंत्री से मुलाकात की है, उर्जा सचिव से मुलाकात की है और वहां उर्जा के क्षेत्र में चल रहे कामों-योजनाओं के बारे में जानकारी ली है। अब अधिकारियों को वहां भेजेंगे, ताकि वहां की योजनाओं को यहां कैसे लागू कर सकते है, इसकी कोशिश की जा सकती। यहां जो सौर उर्जा की अपार संभावनाएं है, उस पर काम हो सके। आने वाले दो तीन साल में राजस्थान उर्जा के क्षेत्र में प्रगति करेगा और ज्यादा उर्जा उत्पादन करने वाला प्रदेश भी होगा। कोयले की समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि कोयले की समस्या को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पच्चीस से तीस रैक वर्तमान में रोज आ रही है। आने वाले पंद्रह दिन में छत्तीसगढ़ में नई कोयला माइन भी शुरू हो जाएगी, ऐसे में आने वाले 25 साल तक कोयले की समस्या नही होगी।
नेत्रदानियों का सम्मान समारोह
आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान कोटा चेप्टर की ओर से नेत्रदाता परिवार,नेत्र चिकित्सक एवं सहयोग कर्ता सम्मान समारोह रोटरी बिनानी सभागार शोपिंग सेंटर में आयोजित किया गया गया। इस अवसर पर 106 नेत्रदाता परिजनों को माला,शॉल,दुप्प्ता व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उर्जा मंत्री हीरालाल नागर कहा कि ने नेत्रदान सम्माान समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे सम्मान समारोह से नेत्रदानी परिवार के प्रति अपनी कृतज्ञता को पेश होती है और नेत्रदान के प्रति जनजागरूकता भी बढती है। नागर ने कहा कि अपने परिजनों की आंखो से कोई व्यक्ति इस संसार को देख पाता है तो नेत्रदान प्राप्त करने वाला परिवार तो प्रसन्न होता है साथ ही नेत्रदानी परिजन को सुख व शांति की अनुभूति होती है।
विधायक संदीप शर्मा ने नेत्रदान को महादान की संज्ञा देते हुए कहा कि नेत्रदानी परिवारों का सम्मान करना सामाजिक सद्भाव, मानवीयता और उदारता के प्रतीक है । संस्था के इस कार्य से शहर में नेत्रदान के प्रति रुझान बढ़ेगा। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेश पाण्डेय ने अपने डिजिटल प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि कॉर्निया ट्रांसप्लांट के बारे में बताया उन्होने बताया कि भारत में हर 1 मिनट में एक बच्चा और और हर 5 सेकंड में एक व्यस्क व्यक्ति अंधता को प्राप्त हो रहा है। देश भर में ढाई लाख कॉर्निया की जरूरत है लेकिन 50,000 ही उपलब्ध हो पाते हैं। इसके लिए लोगों से अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में नेत्रदान करें।